shabd-logo

मेरी डायरी आत्ममंथन मार्च माह 2022 भाग 15

17 मार्च 2022

49 बार देखा गया 49


15/3/2022

मेरी डायरी आज मैं समय से पहले आ गई इधर हर दिन देर से मिलने आती हूं तो तुम नाराज़ रहती हो इसलिए आज मैंने सोचा कि, तुम्हारी नाराजगी दूर कर दूं।
आज मैंने  क्रूज़ पर एक लेख पढ़ा जो प्रतिलिपि एप पर है कुछ और रचनाएं पढ़  सब क्रुज पर ही थीं सभी ने बहुत अच्छी रचनाएं लिखीं हैं मैंने पढ़ी और यथा संभव समीक्षा भी की यहां और शब्द इन पर सभी बहुत अच्छा लेखन कार्य करते हैं मैं बहुत कुछ सीखने की कोशिश कर रहीं हूं।
आज मैं तुमसे क्रूज या कहूं जीवन क्रूज़ के विषय पर बात करूंगी।
मेरी डायरी मैं कभी क्रूज़ मेंं नहीं बैठी नाव और स्टीमर पर बैठी हूं इसलिए मैं क्रूज़ के विषय पर कुछ नहीं बता सकती।
हां मैं जीवन क्रूज़ के विषय पर कुछ चर्चा करूंगी जैसे क्रूज़ समंदर के सीने पर चलता है और लोग उस पर बैठ कर यात्रा का आनंद उठाते हैं।
क्रूज़ पर बैठने वालों को जो खुशी सागर की लहरों को देखकर होती ऊपर नीला आसमान नीचे गहरा सागर बीच में बैठे लोग। कभी कभी सागर की लहरें तूफानी हो जाती है तेज़ हवाओं के वेग को देखकर मन में दहशत और संशय की स्थिति उत्पन्न होने लगती है पर क्रूज़ के ड्राइवर की कुशलता उन तूफानी लहरों के बीच से क्रूज़ को सकुशल तट पर लेकर आ जाता है।
इसी तरह जीवन रूपी सागर पर भावनाओं के अनेकों क्रूज़ चलते रहते हैं अब हमें मन के सागर में उठने वाली लहरों पर कैसे काबू करना है यह हमारी दृढ़संकल्प शक्ति हमारे बताती है जब हम अपनी भावनाओं को अपने नियंत्रण में रखने में कामयाब हो जाते हैं तो जीवन रूपी क्रूज़ भी भावनाओं की ऊंची नीची लहरों में गोते लगाते हुए अपने जीवन रूपी क्रूज़ को अपने कर्मों की पतवार से जीवन की कठिनाइयों से निकाल कर बाहर ले आता है।
यह कार्य मन की दृढ़ता से ही सम्भव हो सकता है जब मनुष्य अपनी भावनाओं को सही दिशा देने में सक्षम होता है तो जीवन पथ पर कितनी ही जटिलताएं क्यों न आएं मनुष्य की आत्मशक्ति उसे सही दिशा की ओर अग्रसर कर ही लेती है।
आज इतना ही कल फ़िर कुछ बातें करूंगी

डॉ कंचन शुक्ला
स्वरचित मौलिक
15/3/2022


16
रचनाएँ
दैनंदिनीं ( डायरी)
0.0
इस डायरी में मैं अपने उद्गारों और जज़्बातों को संग्रहित करूंगी
1

मेरी डायरी आत्ममंथन मार्च माह 2022 भाग 1

4 मार्च 2022
2
1
0

दिन मंगलवार भाग 1 1/3/2022 मेरी डायरी आज फरवरी महीने का परिणाम घोषित हो गया है सभी विजेताओं को बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं,आज मार्च के पहले दिन से मैं तुम्हारे सामने अपने मन में उठ रहे प्रश्नों क

2

मेरी डायरी आत्ममंथन मार्च माह 2022 भाग 2

5 मार्च 2022
0
0
0

दिन बुधवार 2/3/2022 मेरी डायरी कल मैंने तुम से ईश्वर की सत्ता के विषय पर कुछ मन की बातें की थी।आज पूरा दिन मैं बहुत व्यस्त रहीं मैं अपने नौकरी से सम्बंधित केस के सिलसिले में हाईकोर्ट लखनऊ चली गई

3

मेरी डायरी आत्ममंथन मार्च 2022 भाग 3

6 मार्च 2022
0
0
0

3/3/2022 मेरी प्यारी डायरी कल मैंने तुमसे साधना विषय पर कुछ चर्चा की थी।आज एक चित्र देखा जिसके नीचे लिखा था, "भोर भयो पनघट पे" यह लाइन पढ़कर गांव की गलियों की याद आ गई। बृंदा वन में कृष्ण न

4

मेरी डायरी आत्ममंथन मार्च 2022 भाग 4

7 मार्च 2022
1
0
0

4/3/2022 मेरी डायरी आज मैं सबसे पहले अपने मन की खुशी को व्यक्त करूंगी।आज सभी ने मेरी दोनों रचनाओं की बहुत प्रशंसा की मन में खुशी की लहरें उठ रहीं हैं मैं अपनी बड़ी और छोटी बहनों, और भाइयों का तहेदिल

5

मेरी डायरी आत्ममंथन मार्च 2022 भाग 5

8 मार्च 2022
0
0
0

5/3/2022 मेरी डायरी आज मैं तुम से अपनी कुछ सुनहरी यादों के विषय पर चर्चा करूंगी।आज मैं लाइब्रेरी विषय पर लिखने की सोच रही हूं। मैंने भी अपने रिसर्च के लिए कई लाइब्रेरियों के चक्कर लगाए थे।प

6

मेरी डायरी आत्ममंथन मार्च माह 2022भाग 6

9 मार्च 2022
0
0
0

6/3/2022 मेरी डायरी आज मैं बहुत ही रोचक और रहस्यमई बर्फीली गुफाएं विषय पर लिखने की सोच रही हूं। मैंने एक कविता और एक लेख इस विषय पर लिखा है मेरी रचनाओं को सबने पढ़ा और उसकी सराहना भी की मैं

7

मेरी डायरी आत्ममंथन मार्च माह 2022 भाग 7

10 मार्च 2022
0
0
0

7/3/2021 मेरी डायरी अब इतने दिनों बाद तुम मेरी पक्की सहेली बन गई हो मैं अपने मन की बात बेझिझक तुमसे कह देती हूं।पर कभी कभी सोचती हूं कि, क्या अपने मन के उदगारों को व्यक्त करना उचित है। क्योंकि कभी कभ

8

मेरी डायरी आत्ममंथन मार्च माह 2022 भाग 8

11 मार्च 2022
2
1
0

8/3/2022 आज मैं तुमसे बहुत देर से मिलने आ रहीं हूं तुम्हें भी नींद आने लगी होगी पर मेरी थोड़ी सी बक-बक सुन लो फिर सो जाना। आज सुबह मेरी तबीयत कुछ ठीक नहीं थी इसलिए घर के काम निपटाने के बाद एक बजे के

9

मेरी डायरी आत्ममंथन मार्च माह 2022 भाग 9

12 मार्च 2022
0
0
0

9/3/2022 मेरी डायरी आज मैं फिर देर से आई क्या करूं कुछ लोगों के आगमन के कारण ऐसा हो रहा है। आज मैं बहुत खुश हूंं क्योंकि आज मेरे उपन्यास टूटा गुरुर को पुरस्कृत किया गया हैजो स्त्री विशेष पर आधारित है

10

मेरी डायरी आत्ममंथन मार्च माह 2022 भाग 10

13 मार्च 2022
0
0
0

10/3/2022 मैं आज फिर तुमसे बहुत देर में मिलने आई क्या करूं इधर स्थिति ही ऐसी बन रही है इसलिए देर हो जा रही है आज मेरा बेटा इलाहबाद से आया है तो उसके लिए कुछ विशेष खाने की तैयारी की इसमें पूरा दिन निक

11

मेरी डायरी आत्ममंथन मार्च माह 2022 भाग 11

14 मार्च 2022
1
0
0

11/3/202 मैं इस समय तुम से रोज देर से मिलने आती हूं नाराज़ नहीं होना।आज काम भी बहुत था व्रत होने के कारण काम बढ गया था।अब रात 11 बजे मैं तुमसे मिलने आ सकीं हूं। आज बहुत ही सुन्दर विषय पर चर्चा करूूंग

12

मेरी डायरी आत्ममंथन मार्च माह भाग 12

15 मार्च 2022
0
0
0

12/3/2022 मेरी डायरी आज मैं बहुत खुश हूं क्योंकि आज मेरे जीवन का सपना पूरा हुआ आज मेरे बेटे ने अपने प्रमोशन की परीक्षा में सफलता प्राप्त की है अब वह असिस्टेंट अकाउंट्स आफिसर हो गया है पर मुझे अफसोस इ

13

मेरी डायरी आत्ममंथन मार्च माह 2022भाग 13

16 मार्च 2022
1
1
0

13/3/2022 मेरी डायरी आज मैं कुछ पहले ही आ गई तुमसे मिलने कल देर से आई थी पर तुम्हें प्रकाशित कर ही दिया नेटवर्क आ गया था कल मैं बहुत खुश थी मेरी आंखों से खुशी के आंसू बह रहे थे मुझे खुश देखकर शायद कल

14

मेरी डायरी आत्ममंथन मार्च माह 2022भाग 13

16 मार्च 2022
1
1
0

13/3/2022 मेरी डायरी आज मैं कुछ पहले ही आ गई तुमसे मिलने कल देर से आई थी पर तुम्हें प्रकाशित कर ही दिया नेटवर्क आ गया था कल मैं बहुत खुश थी मेरी आंखों से खुशी के आंसू बह रहे थे मुझे खुश देखकर शायद कल

15

मेरी डायरी आत्ममंथन मार्च माह 2022 भाग 15

17 मार्च 2022
0
0
0

15/3/2022 मेरी डायरी आज मैं समय से पहले आ गई इधर हर दिन देर से मिलने आती हूं तो तुम नाराज़ रहती हो इसलिए आज मैंने सोचा कि, तुम्हारी नाराजगी दूर कर दूं। आज मैंने क्रूज़ पर एक लेख पढ़ा

16

मेरी डायरी आत्ममंथन मार्च माह 2022 भाग 16

18 मार्च 2022
0
0
0

16/3/2022 मेरी डायरी मैं तुमसे मिलने आ गई आज मैंने सुबह से कुछ नहीं लिखा सिर्फ़ सभी की रचनाएं पढ़ी और यथा संभव समीक्षा भी की आज प्रतिलिपि पर एक विषय पढ़ा अखबार की सुर्खियां मैंने सोचा कुछ इस विषय पर

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए