11/3/202
मैं इस समय तुम से रोज देर से मिलने आती हूं नाराज़ नहीं होना।आज काम भी बहुत था व्रत होने के कारण काम बढ गया था।अब रात 11 बजे मैं तुमसे मिलने आ सकीं हूं।
आज बहुत ही सुन्दर विषय पर चर्चा करूूंगी सांवली सी लड़की मैंने एक कविता लिखी एक कहानी लिखनी शुरू की है पर अभी पूरी नहीं हो सकी है इसलिए कल रात तक प्रकाशित करूंगी कल पूरे दिन व्यस्तता रहेगी।
आज सांवली सी लड़की के विषय पर चर्चा करूंगी लोग लड़कियों का सांवला रंग पसंद नहीं करते उनकी ऐसी मानसिकता देखकर बहुत दुख होता है ऐसा क्यों है लड़की गोरी हो या सांवली इससे फर्क नहीं पड़ना चाहिए।उसका स्वाभाव कैसा है उसका चरित्र कैसा है उसकी मानसिकता कैसे हैं इस पर ध्यान देना चाहिए।
आज कल के लड़के गोरी लड़की ही पत्नी के रूप में चाहते फिर वह चाहे बाद में उनके सिर पर तबला ही क्यों न बजाएं।जब ऐसी स्थिति आती है तो उन्हें समझ में आता है कि, व्यक्ति का रंग नहीं स्वाभाव महत्वपूर्ण है यदि लड़की की स्वाभाव सरल सहज और उदार है तो वह अपने घर को स्वर्ग सा सुंदर बना देगी घर का वातावरण खुशहाल होगा।पर यदि लड़की बहुत सुंदर गोरी है पर कर्कशा स्वाभाव की है तो घर नर्क से ही बत्तर हो जाएगा।
इसलिए शादी करने के लिए लड़की या लड़के का रंग नहीं उनके गुणों का आंकलन करना चाहिए।आज इतना ही कल फिर मिलती हूं शुभरात्रि
डॉ कंचन शुक्ला
स्वरचित मौलिक
11/3/202