विधा- दोहाविषय-लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल दृढ़ संकल्पो से सदा, खेला जिसने खेल।उस युगद्रष्टा को कहे, जग सरदार पटेल ।निज कर्मों से ही किया, सपनों को साकार।रियासतों से ही दिया, नव भारत आकार।आन्दोलन नेतृत्व कर, हित में रहा किसान।बहनों ने सरदार कह, किया सदा सम्मान।चारित्रिक दृढ़ से पड़ा, लौह पुरुष था ना