कोलकाता : सरकार द्वारा 500 और 1000 के पुराने नोटों को चलन से बाहर किये जाने के बाद फेक करेंसी का गढ़ माना जाने वाले पश्चिम बंगाल के मालदा में सन्नाटा पसरा हुआ है। यहाँ तीसरे दिन ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने जाली नोटों के एक सरगना को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। आरोपी ताहिर शेख (40) को बांग्लादेश सीमा से सटे मालदा के वैष्णवनगर से गिरफ्तार किया गया। बीएसएफ की माने तो 500 और 1000 ने नोटोँ के बंद होने के बाद अब यहाँ 100 के नकली नोटों की मांग भी बढ़ गई है।
साल 2016 में अब तक यहाँ से 1,14,52,500 के जाली नोट यहाँ से बरामद किये चुके हैं। पिछले दो सालों में पुलिस ने यहाँ एफआईसीएन से लगभग 180 मामले दर्ज किये। बता दें कि कालियाचौक में अफीम की खेती के लिए यहाँ बड़ी संख्या में जाली नोटों का इस्तेमाल होता है।
मालदा से बांग्लादेश के रास्ते फेक करेंसी का बड़ा कारोबार चलता है। सरकार द्वारा 500 और 1000 के नोट वापसी के फैसले के बाद यहाँ के इस काले कारोबार की कमर टूटती दिख रही है।
हालही में पकडे गए ताहिर को पकड़ने के लिए केंद्रीय एजेंसियां काफी समय से उसकी गतिविधियों पर नजर रख रही थी। 500 व 1000 रुपये के नोट बंद होने के महज तीन दिन बाद ही उसे बांग्लादेश सीमा के पास से पकड़ लिया गया, जबकि जाली नोटों के कारोबार में लिप्त ताहिर का एक और प्रमुख सहयोगी भागने में कामयाब रहा। ताहिर की गिरफ्तारी एनआईए की बड़ी सफलता है।