नई दिल्लीः
यूं तो यह तस्वीर लंच की है, मगर इसमें बहुत ख़ूबसूरत अहसास छिपे हैं। तस्वीर का हीरो काला चश्मा-ख़ाकी वर्दी में राजनाथ के साथ बैठा है तो हीरोइन हरी साड़ी में खड़ी है। जो उन्हें लंच करा रही है। तस्वीर में छिपी कहानी है प्यार और बहादुरी के मिश्रण की, जो गृहमंत्री राजनाथ को भी उनके घर खींच लाई। तो सुनिए सच्चे प्यार की कहानी। एक लड़का और एक लड़की। लड़के को सितारों से सजी वर्दी मिलती है। बीएसएफ में अफसर बन जाता है। मगर दुर्भाग्य से पाला पड़ता है। वर्ष 2000 की बात है। अचानक असम में उल्फ़ा उग्रवादियों का हमला होता है, लड़का मोर्चे पर जाता है। बहादुरी से लड़ता है मगर हमले में आंखों की रोशनी गंवा बैठता है। लड़के को लगता है कि अब उसके अरमान बिखर गए। ज़िंदगी बेकार हो गई। शायद शादी भी नहीं होगी। मगर वह ग़लत सोच रहा था। जिस लड़की से वह मोहब्बत करता था वो आम लड़की थी ही नहीं। आम लड़की होती तो शायद सोचती कि -वह अच्छी -खासी लड़की भला visually-impaired से शादी क्यों करें। मगर इस लड़की की मोहब्बत न पद और न पर्सनैलिटी की मोहताज थी। वह तो सच्ची दीवानी थी। ड्यूटी पर जब आँख गँवाकर भी लड़के ने उग्रवादियों के दाँत खट्टे किए तो इस बहादुरी पर उस लड़की का प्यार और गहरा, चटख हो गया। आँखों की कमी को नज़रअंदाज़ कर उसने रचा ली शादी। जीवनसंगिनी बन निराशा के भँवर से उस लड़की ने लड़के को बाहर निकाला। सच्चे प्यार की जीत हुई। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को मध्यप्रदेश के ग्वालियर पहुँचे थे। टेनकपुर बीएसएफ़ एकेडमी की पासिंग आउट सेरेमनी में हिस्सा लेने। यहाँ जब सीनियर अफ़सरों ने कमांडेंट संदीप मिश्रा की बहादुरी और बीवी इंद्राक्षी के सच्चे प्यार की कहानी राजनाथ सिंह को सुनाई तो वे ख़ुद को रोक नहीं पाए। अफसरों से बोले-ले चलो हमें उस जाबांज अफसर के घर। एकेडमी से उनका काफिला बीएसएफ ऑफ़िसर्स कॉलोनी की तरफ चल पड़ता है। घर के दरवाज़े पर अचानक लाल बत्तियों का क़ाफ़िला और राजनाथ सिंह को देख अफ़सर का परिवार आश्चर्य से भर उठता है। राजनाथ घर में दाख़िल होते हैं।परिवार से इतने प्रभावित होते हैं कि उनके बीच पूरे एक घंटे बिताते हैं। बच्चों से बतियाते हैं।परिवार संग लंच भी करते हैं। देश के गृहमंत्री के एक घंटे की क़ीमत आप जानते होंगे। । मुलाकात के बाद राजनाथ सिंह लौटते हैं। तीन बार ट्वीट कर इस कपल की जमकर सराहना करते हैं। कहते हैं कि-देश के प्रति उनका प्यार है जो संदीप और इंद्राक्षी को एकसाथ जोड़ता है। टेकनपुर में उनके घर पर लंच कर काफी प्रसन्नता हुयी। राजनाथ सिंह ने इंद्राक्षी की प्रशंसा करते हुए लिखा कि-बीएसएफ अधिकारी को अपनी पत्नी से शक्ति मिलती है जिन्होंने उनके शारीरिक रूप से विशिष्ट होने के बावजूद उनसे शादी करने का फैसला किया।