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मेरा क्षितिज

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काव्य संग्रह

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परिचय

13 दिसम्बर 2021
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<p>लेखक का नाम : मोतीलाल दास</p> <p>जन्मतिथि : &nbsp

भूमिका

11 दिसम्बर 2021
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<p>समय और इस समय से जुड़ी सारी की सारी सच्चाई महज इत्तफाक नहीं है कि हम इसका इंतजार करें और तलाशे इन

अप्राप्य की तलाश में

10 दिसम्बर 2021
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<p>अपनी जगह पर</p> <p>छुपा है कोई हादसा</p> <p>अर्थ जीवन का बताकर</p> <p>घुलाते हैं जेहन में डर</p>

कुछ पता है

9 दिसम्बर 2021
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<p>उसे पता था</p> <p>अपने भीतर की आग</p> <p>कि घर के अंधेरे कोने में</p> <p>काई जैसी हरी आंखों से</p

षड्यंत्र

8 दिसम्बर 2021
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<p>तुम्हारे भीतर</p> <p>जहां हरे भरे खेतों में</p> <p>फसलों की जगह</p> <p>रखे जा रहे हैं बम</p> <p>क

एक बांझ दृश्य

7 दिसम्बर 2021
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<p>देखा जा सकता है</p> <p>काल को </p> <p>अपने पैरों में बांधे</p> <p>पहाड़ों की श्रृंखलाएं</p>

कविता की इच्छा

6 दिसम्बर 2021
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<p>एक कविता कसमसा रही है</p> <p>और जिद में अड़ी है</p> <p>कि न मुझे कविता बननी है</p> <p>ना ही मैं</

सन्नाटों में छेद

5 दिसम्बर 2021
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<p>असीम शून्य के भीतर</p> <p>जो पसरा है भयानक सन्नाटा</p> <p>है अभी भी उनमें आग</p> <p>पर शून्य के ब

वसंत में

4 दिसम्बर 2021
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<p>जब कभी भी</p> <p>तुम हो मेरे पास</p> <p>और मैं तुम्हारे पास</p> <p>क्या ऐसे में</p> <p>हमारे बीच

हमारे पास

3 दिसम्बर 2021
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<p>हमारे मस्तिष्क में है</p> <p>भाषा का मकड़जाल</p> <p>और भव्य अर्थों के बोझ</p> <p>जिन्हें ढोते हुए

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