लखनऊः विधान मंडल सत्र शुरू होने से पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधायकों को नकारात्मक सोच बदलकर सकारात्मक भूमिका में आने की नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि सरकार की उपलब्धियों को जनता के बीच लेकर जाएं और यह बताएं कि नई सरकार में कितना बड़ा परिवर्तन हुआ है। समय प्रबंधन को लेकर मुख्यमंत्री ने विशेष जोर दिया। यह तय किया कि किसी बैठक में मुख्य मंत्री के पहुंचने के बाद यदि कोई मंत्री पहुँचता है तो वह प्रतिबंधित होंगा। इसी तरह मंत्री के पहुंचने के बाद अगर अफसर पहुंचगे तो उन्हें रोक दिया जाएगा।
रविवार की शाम मुख्यमंत्री भाजपा विधायक दल की बैठक को संबोधित कर रहे थे। विधायकों की लेटलतीफी से दुःखी योगी ने कहा कि मैं बैठक के लिए लोकभवन में चार बजे आ गया, लेकिन तब तक सिर्फ सवा सौ विधायक ही आए थे। यह प्रवृत्ति बदलनी होगी।
मुख्य मंत्री ने सबको यह भी चेताया कि सोमवार को विधानमंडल का सत्र 11 बजे से शुरू हो रहा है,सभी जनप्रतिनिधि पौने ग्यारह बजे तक वहां पहुंच जाएं। योगी ने जनप्रतिनिधियों की नकारात्मक सोच पर तंज किया।
बोले, एक मंडल की समीक्षा बैठक में गया था। एक जनप्रतिनिधि से पूछा कि अब तो सुधार हो रहा है। बोले, कुछ भी सुधार नहीं हुआ है। हमने कहा कि बिजली कितनी आती है तो बोले कि 20 घंटे, फिर पूछा कि पहले कितने घण्टे आती थी तो बोले कि चार घंटे ।हमने उनसे कहा कि इसमें आपको अंतर नजर नहीं आ रहा है तो चुपपी साध गए।
योगी ने कहा इस प्रवृत्ति में बदलाव लाने और सरकार की उपलब्धियां जनता तक पहुचाने की जरूरत है।