नई दिल्ली : यूपी में चाचा शिवपाल और भतीजे सीएम की लड़ाई में शहीद हुए अखिलेश के करीबियों पर फिर से संकट के बादल मंडरा रहे हैं. जिसके चलते समाजवादी पार्टी के शनिवार को लखनऊ में होने वाले रजत जयंती समारोह में पार्टी से निकाले गए अखिलेश के करीबियों को कार्यक्रम में न आने देने के खिलाफ सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव काफी सख्त दिखाई दे रहे हैं. इसी का नतीजा है कि राजधानी की एसएसपी मंजुल सैनी को पार्टी मुखिया मुलायम सिंह ने ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश देकर उन्हें दुविधा में डाल दिया है.
बाप-बेटे को लेकर एसएसपी पर संकट के बादल
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के इस आदेश को लेकर जिले की पुलिस कप्तान मंजुल सैनी दुविधा में पद गयीं हैं. सूत्रों के मुताबिक जिन लोगों को पार्टी के रजत जयंती समारोह में आने से रोकने के नेताजी ने आदेश दिए हैं. वो सभी सीएम अखिलेश के करीबी लोगों में से हैं. जिसके चलते लखनऊ की एसएसपी इस दुविधा में पद गयीं हैं कि वह पार्टी के रजत जयंती समारोह में अगर किसी को आने से रोकती हैं. तो कहीं सीएम अखिलेश के गुस्से का कहर उन पर न टूट पड़े और अगर नहीं रोकती हैं, तो पार्टी मुखिया का कहर उन पर न टूट पड़े.
क्या रास्ता निकालेंगीं मंजुल सैनी ?
इसके चलते उनकी रातों की नींद उड़ गयी है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक अगर वह पिता की बात नहीं मानती हैं तो वे नाराज हो सकते हैं और अगर बेटे के करीबियों को कार्यक्रम में आने से रोकती हैं. तो अखिलेश नाराज हो सकते हैं. ऐसे में लखनऊ की एसएसपी मंजुल सैनी बड़ी दुविधा में फंस गयी हैं. बताया जाता है कि जिन लोगों को आज शाम कार्यक्रम में आने से रोकने के आदेश मुलायम ने दिए हैं. उनमें सपा के एमएलसी संजय लाठर, उदयवीर सिंह और राष्ट्रीय युवजन सभा के अध्यक्ष आनंद भदौरिया शामिल हैं.
मंझधार में फंसी लखनऊ की एसएसपी
सूत्रों के मुताबिक सुबह 9 बजे से शुरू हो रहे सपा के इस समारोह को लेकर पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह दिखाई दे रहा है. यही नहीं लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क में इन लोगों कि होर्डिंग्स भी अभी से लगा दी गयी है. दिलचस्प है कि धौलपुर में आर्मी स्कूल में सीएम अखिलेश के साथ पढ़े हैं और अखिलेश के काफी करीबी हैं. इसी के चलते उन्होंने मुलायम सिंह को अखिलेश के समर्थन में चिट्ठी लिखी थी. जिसके चलते शिवपाल ने उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था. फिलहाल सपा में परिवारवाद के बीच मंझधार में अब लखनऊ की एसएसपी फंस गयी है.