लखनऊ : उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने कैबिनेट का एक बात फिर विस्तार किया। इस विस्तार के जरिये अखिलेश यादव ने एक बड़ा फैसला लेते हुए कुछ दिन पहले बर्खास्त किये गए अपने दागी खनन मंत्री गायत्री प्रजापति सहित चार मंत्रियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया। अखिलेश यादव द्वारा बर्खास्त किये गए गायत्री प्रजापति ने खुद को एक बार फिर से मंत्री बनाये जाने के लिए अखिलेश यादव का पैर छूकर आभार जाताया जबकि गायत्री मुलायम सिंह यादव (नेता जी) के पैरों में दंडवत लेट गए।
दागी मंत्री गायत्री प्रजापति खुद को मंत्री बनाये जाने को अखिलेश की बड़ी कृपा मान रहे हैं। सूत्रों की माने तो अखिलेश यादव फिर से गायत्री प्रजापति को मन्त्रिमण्डल में जगह नही देना चाहते थे लेकिन मुलायम सिंह यादव द्वारा अखिलेश को समझाए जाने पर उन्हें वापस लाया गया। मंच पर राज्यपाल राम नाईक से शपथ लेने के दौरान गायत्री ने एक-दो नही तीन बार अखिलेश के पैर छुए। शपथ लेते वक़्त गायत्री खुश दिखाई दे रहे थे, 70 साल से अधिक उम्र के राज्यपाल राम नाइक ने जब उन्हें शपथ के लिए बुलाया तो वह अखिलेश के पैर छूकर निकले और यही उन्होंने तीन बार समारोह में दोहराया। सूत्रों का कहना है कि मुलायम सिंह यादव ने गायत्री को कहा था कि अब अखिलेश यादव को खुश रखना आपका काम है। यही कारण रहा कि गायत्री प्रजापति अभी से अखिलेश को खुश करने की कोशिश में लग गए हैं।
राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल राम नाईक ने गायत्री, मनोज पांडे, शिवाकांत ओझा और जियादुद्दीन रिजवी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। वहीं पहले बर्खास्त किए गए गायत्री प्रजापति दुबारा मंत्री बने तो मुलायम को ही भगवान बता दिया। प्रजापति ने कहा, नेताजी को बधाई, मुख्यमंत्री जी को विशेष बधाई। नेताजी भगवान हैं। मुख्यमंत्री जी ने अन्याय के खिलाफ काम किया। मैं गरीब के घर पैदा हुआ हूं। मुझ पर विरोधियों ने झूठे आरोप लगाए हैं।
यह दूसरा मौका है जब यूपी में सपा सरकार में किसी बर्खास्त मंत्री को सेट करने के लिए मंत्रिमंडल विस्तार हो रहा। जब जून में सातावं विस्तार हुआ था तो उसकी वजह बर्खास्त मंत्री बलराम यादव थे। अखिलेश यादव ने उन्हें पिता के दबाव पर फिर से मंत्रिमंडल में शामिल करने के लिए विस्तार किया था। अब गायत्री की बर्खास्तगी पर पार्टी के अंदर ही हाय-तौबा मची तो फिर से अखिलेश को कलेजे पर पत्थर रखकर मंत्रिमंडल विस्तार के नाम पर मंत्री पद देना पड़ रहा है। आज सोमवार को राजभवन में आयोजित समारोह में थोड़ी देर में आठवें मंत्रिमंडल विस्तार मूर्तरूप ले लेगा। विस्तार के लिए अखिलेश यादव ने रविवार की शाम राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात की थी।