लखनऊ : सीएम योगी एक्शन मोड में है तो जाहिर है इसका रिएक्शन भी देखने को मिलेगा. इसका उदाहरण राजधानी लखनऊ में देखने को मिला. सफाई अभियान के दौरान गुटखा चबाने वाले इंस्पेक्टर को संस्पेंड कर दिया गया. योगी
आदित्यनाथ सरकार द्वारा चलाए जा रहे सफाई अभियान की शपथ के दैरान इंसपेक्टर नागेश को गुटखा चबाते हुए पाया गया था. जब इसको लेकर सवाल किया गया तो उन्होने कहा कि मैंने वर्दी झाडू लगाने के लिए नहीं पहनी है . जिसके बाद एसएसपी ने लखनऊ स्थित इंस्पेकटर नागेश मिश्रा को अनुशासनहीनता के आरोप में सस्पेड कर दिया.
मुंह में गुटखा भरकर सिपाहियों को स्वच्छता की शपथ दिलवा रहे थे इंस्पेक्टर साबह
योगी के हजरतगंज कोतवाली का औचक निरीक्षण करने के बाद लखनऊ के सभी थानों को अलर्ट कर दिया गया है कि सीएम लखनऊ के थानों का निरीक्षण करने कभी भी आ सकते है. ऐसे में आला अफसर आननफानन में अपने-अपने थानों की साफ-सफाई में जुट गए. स्वच्छता अभियान की शपथ का भी सिलसिला शुरू हुआ . इसी क्रम में माड़ियांव कोतवाली में भी शपथ का आयोजन हुआ. पूरा स्टाफ शपथ के लिए तैयार था और कोतवाल नागेश मिश्रा के आने का इंतजार कर रहा था. इंस्पेक्टर नागेश अपने कमरे से सफेद चेकदार टी-शर्ट, काले लोअर और हवाई चप्पल पहनकर बाहर आए. इंस्पेक्टर साहब के मुंह में गुटखा भरा हुआ था. इसी हालत में उन्होंने स्टाफ को स्वच्छता की शपथ दिलवाई. इस पूरे वाकिए की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई और अनुशासनहीनता उच्च अधिकारियों के सं ज्ञान में आ गईज्ञान में लेते हुए शनिवार को एसएसपी मंजिल सैनी ने इंस्पेक्टर नागेश मिश्रा को सस्पेंड कर दिया. वहीं, सस्पेंड होने के बाद नागेश मिश्रा का कहना है कि मैंने झाड़ू नहीं लगाई, इसलिए मुझे सस्पेंड कर दिया. मैंने वर्दी झाड़ू लगाने के लिए नहीं पहनी थी. बता दें, सीएम बनने के बाद आदित्यनाथ ने सरकारी ऑफिसों में पान-गुटखा खाने पर रोक लगा दी थी.
हजरतगंज थाने का चार्ज लेना चाहते थे इंस्पेक्टर साहब
मिली जानकारी के मुताबिक, नागेश मिश्रा अक्सर लोगों से कहा करते थे- यहां से जाने के बाद हजरतगंज कोतवाली का चार्ज लेना है. बड़बोले नागेश दिनभर मुंह में गुटखा दबा कर लोगों को नसीहतें देते रहते थ. लगातार कई साल तक जींस-टी-शर्ट पहनकर थानेदारी की.