नई दिल्ली :देखिये वो वीडियो जो ज़ाहिर करता है आखिर यूपी में मुसलमान अब तेज़ी से मायावती कि तरफ क्यों भाग रहे हैं. अभी तक आपने समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और प्रधानमंत्री मोदी के बीच बढ़ती नज़दीकियों की अटकलों ही सुनी होगी लेकिन अब देखिये वो वीडियो जिसमे मुलायम और मोदी न सिर्फ एक दूसरे का हाथ पकडे हैं बल्कि कुछ गोपनीय मंत्रणा भी कर रहे हैं. चौंकाने वाली बात ये है की ये वीडियो खुद पीएमओ की वेबसाइट ने बुधवार को जारी किया है. ये वीडियो मोदी के निवास पर एक ख़ास कार्यक्रम के दौरान लिया गया था जिसमे सिर्फ 70-75 वीआईपी ही बुलाये गए थे. इस कार्यक्रम के मुख्य फोकस मुलायम सिंह यादव रहे.
गठबंधन को तोड़ने के पीछे का राज
सच तो ये है कि सीबीआई की जांच में उलझे मुलायम और उनके भाई प्रोफेसर राम गोपाल यादव काफी समय से मोदी के करीब आने की कोशिश कर रहे थे. बिहार में महागठबंधन तोड़े जाने के पीछे भीप्रोफेसर राम गोपाल का बढ़ता मोदी प्रेम था. इस गठबंधन को तोड़ने के पीछे बिहार में यादव वोट को बांटने की कोशिश की गयी थी जिससे बीजेपी को लाभ मिले.हालाँकि गठबंधन टूटने पर भारी आलोचना हुई और इसका फायदा न बीजेपी को मिला और ना ही मुलायम को. यही नही संसद के मानसून सत्र में ग्रतिरोध तोड़ने के लिए भी मुलायम और रामगोपाल ने मोदी सरकार को मदद देने में अप्रत्याशित जल्दी दिखाई थी.
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सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के चलते दलित बसपा को छोड़कर बीजेपी की तरफ
जानकारों के मुताबिक सपा के बढ़ते मोदी प्रेम को देखकर यूपी में मुस्लिम अब मायावती की तरफ खिसक रहे हैं. इस ध्रुवीकरण का सबसे ज्यादा नुक्सान 2017 के विधान सभा चुनाव में सपा सरकार को ही उठाना पड़ेगा. मुस्लिम राजनीती पर पकड़ रखने वाले जानकार कहते हैं कि एक तो सपा का शासन विवादों से भरा रहा और दूसरा पार्टी की मोदी के तरफ बढ़ती नज़दीकियां आम मुसलमान को पसंद नही आ रही हैं. लिहाजा मुसलमानो के एक बड़े तबके में एक ऐसी सोच बन रही है कि मायावती ही अब बीजेपी को यूपी में सरकार बनाने से रोक सकती हैं. उधर पश्चिमी यूपी में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के चलते जिस तरह दलित बसपा को छोड़कर बीजेपी की तरफ खिसक रहा था उसे ध्यान में रखकर मायावती भी मुसलमानो का मन जितने के लिए मुलायम और मोदी दोनों पर हमला बोल रही हैं.