26 जुलाई 2022
कवि शायर कह कह कर मर गए- ''इस सादगी पे कौन न मर जाये ए-खुदा,' '''न कजरे की धार,न मोतियों के हार,न कोई किया सिंगार फिर भी कितनी सुन्दर हो,तुम कितनी सुन्दर हो.' 'पर क्या करें आज की