shabd-logo

ऺनारी तेरे रूप अनेक ऺ 🌹🌹🙏🙏

14 दिसम्बर 2021

46 बार देखा गया 46
नारी तू प्रेम का सागर  , 
               तू ही अभिमान है।
जन्म दात्री तू है सबकी दया का नाम है।
            वात्सल्य का स्वरूप है जो
सीता से सहन शक्ति अपार है।
            मीरा की भक्ति है जिसमें यशोदा जैसा दुलार है।
            मां दुर्गा की शक्ति तुझ में, 
मयंक समान चांदनी रात है ।
       सुख दुख में सम है, वो
तू सरोज समान है।
          अहिल्या सा न्याय तेरा
लक्ष्मीबाई सा अवतार है।
             हे !नारी तू नारायणी
सत सत प्रणाम ,प्रणाम है।🙏🙏🌹🌹

Ritu shaktawat की अन्य किताबें

14 दिसम्बर 2021

Ritu shaktawat

Ritu shaktawat

15 दिसम्बर 2021

प्रोत्साहन बढ़ाने के लिए धन्यवाद।🙏🙏

1

लक्ष्य

5 दिसम्बर 2021
2
2
1

<div>लक्ष्य जब तक ना मिले पथ में पथिक विश्राम कैसा।</div><div> लक्ष्य विहीन जीवन तिमिर स

2

जीवन दाता

7 दिसम्बर 2021
1
2
1

<div>जीवन की आधारशिला है जो</div><div> जीवन रक

3

"जीवन का वरदान" 🌹🌹

8 दिसम्बर 2021
1
2
2

<div>जिसका न कोई मोल है</div><div> जीव

4

दानवीर🙏🙏🙏🌹🌹

12 दिसम्बर 2021
0
1
0

<div>भारत देश की धरती पर, </div><div> &n

5

ऺनारी तेरे रूप अनेक ऺ 🌹🌹🙏🙏

14 दिसम्बर 2021
2
3
2

<div>नारी तू प्रेम का सागर , </div><div>

6

🙏धरती🙏

15 दिसम्बर 2021
1
2
2

<div>हे ! धरा सुनो</div><div> &nb

7

"प्यारी बिटिया " 🙌🙌🌹🌹

16 दिसम्बर 2021
1
2
2

<div>माली की बगिया कैसे फूलों से लहराती है।</div><div> उसी तरह मात-पिता क

8

" मन के शूल "🙏🙏

18 दिसम्बर 2021
1
1
2

<div>हे ! प्रभु शक्ति का सागर</div><div> &nbs

9

किताब📚📕📔 ॑

22 दिसम्बर 2021
2
2
2

<div>मौन रहकर भी सब कुछ कह दे</div><div> ज्ञान का सागर समेटे</div><div>सच्

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए