नई दिल्ली : खिलाफ इमारत-ए-शरिया ने नीतीश कुमार एक एकलौते मंत्री के खिलाफ फतवा जारी किया है। मुफ्ती सुहैल अहमद कासमी ने फतवा जारी करते हुए उन्हें इस्लाम से खारिज और मुर्तद (विश्वास नहीं करने वाला) करार दिया है। गौरतलब है कि नीतीश सरकार की कैबिनेट में एक मात्र मुस्लिम मंत्री खुर्शीद उर्फ फिरोज ने कहा है कि उन्हें 'जय श्रीराम' कहने में कोई गुरेज नहीं है।
बिहार में नीतीश के बीजेपी से गठबंधन करने के फैसले के बाद जेडीयू के कई नेता नाराज बनाये जा रहे हैं। खुद जेडीयू में मुस्लिम चेहरे के रूप में सांसद अली अनवर भी नाराज बताये जा रहे हैं। कहा जा रहा था कि बीजेपी के साथ गठबंधन से मुस्लिम विधायक नाराज हो जायेंगे।
उनका यह बयान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के उस बयान के बाद आया है जब उन्होंने कहा था कि , 'नीतीश कुमार हे राम से जय श्रीराम बोलने लगे हैं।' नीतीश मंत्रिमंडल में एकमात्र अल्पसंख्यक चेहरा खुर्शीद उर्फ फिरोज को अल्पसंख्यक कल्याण और गन्ना उद्योग विभाग सौंपा गया है।
न्यूज एजेंसी एएनआई की खबर की माने तो उन्होंने कहा 'बिहार के विकास और समरसता के लिए मैं 'जय श्री राम' कहूंगा, मुझे यह कहने में कोई हिचक नहीं है। मैं अपने इस कथन से कभी भी कदम पीछे नहीं हटूंगा।' खुर्शीद पश्चिम चंपारण जिले के सिकटा सीट से जदयू के विधायक हैं।