दिल्ली : नोटबंदी को लेकर पूर्व वित्तमंत्री पी चिंदबरम के बाद राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. ग्रेटर नोएडा के पास दादरी की अनाज मंडी में जायजा लेने पहुंचे राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि नोटबंदी के जरिये यह सरकार गरीब का पैसा बैंकों में फंसा कर रख रही है. इसके पीछे वजह एकदम साफ है.
दरअसल, देश के कुछ 10-15 उद्योगपतियों ने आठ लाख करोड़ रुपया बैंकों से ले रखा है. वे इसे वापस नहीं दे रहे. इसके कारण बैंक लोगों को कर्ज नहीं दे पा रहे. बैंकों को चालू करने और उद्योगपतियों का कर्ज माफ करने के लिए सरकार चाहती है कि आपका पैसा बैंकों में रहे. इसलिए 24 हजार की लिमिट रखी गई है.
राहुल गांधी ने नोटबंदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने लोगों को सचमुच कैशलेस कर दिया है. नोटबंदी गरीब के साथ धोखा है. बैंकों की कतार में कोई अमीर आदमी नहीं हैं.
राहुल ने आरोप लगाया कि आम लोगों को जहां बैंक से 2000 रुपये निकालने के लिए घंटों लाइन में लगना पड़ रहा है, वहीं भ्रष्टाचारी बैंकों में पिछले दरवाजे से जाकर 50-100 करोड़ रुपये निकाल रहे हैं. पहले कहा गया कि कालाधन खत्म करने के लिए यह कदम उठाया गया, बाद में सोसाइटी को कैशलेस करने की बात कही. वे हर दिन बयान बदल रहे हैं.
राहुल गांधी ने कहा, 'कुछ बड़े कारोबारियों ने बैंक से 8 लाख करोड़ का कर्ज ले रखा है, जो वे लौटा नहीं रहे. प्रधानमंत्री उनसे पैसा वसूल नहीं कर सकते हैं, क्योंकि उन्होंने ही उनकी मार्केटिंग की थी. इसलिए प्रधानमंत्री ने आपको लाइन में खड़ा करा दिया, ताकि बैंक काम कर सकें.'