नई दिल्ली: नोटबंदी के फ़ैसले के बाद RBI की ओर से जारी किए गए 500 और 2000 रुपए के नए नोट की डिजाइन और रंग का फैसला रघुराम राजन के कार्यकाल में ही हो गया था। जानकारी के मुताबिक नए नोटों पर फैसला आरबीआई की सेंट्रल बोर्ड बैठक में 19 मई 2016 को ही हो गया था। यह जानकारी आरटीआई में पूछे गए एक सवाल के जवाब के रूप में सामने आई है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने नोटबंदी का फैसला बीते 8 नवंबर को लिया था।
दरअसल RTI कार्यकर्ता जीतेंद्र गाधे ने नए नोटों की डिजायन को मंजूरी मिलने की तारीख के बारे में जानकारी मांगी थी। भारतीय रिजर्व बैंक के केन्द्रीय लोक सूचना अधिकारी ने अपने जवाब में कहा, “नए नोटों के डिजाइन की मंजूरी भारतीय रिजर्व बैंक के केंद्रीय बोर्ड की बैंठक में दी गई थी जो कि 19 मई 2016 को आयोजित की गई थी।”
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया एक्ट 1934 के मुताबिक, सामान्य अधीक्षण और बैंक संबंधी कार्यों का दिशानिर्देश केंद्रीय निर्देशन बोर्ड की ओर से दिया जाता है, इस इकाई का नेतृत्व आरबीआई के गवर्नर करते हैं।
रघुराम राजन सितंबर 2013 से सितंबर 2016 तक आरबीआई के गवर्नर थे। आरबीआई ने आरटीआई के सेक्शन 8(1) के अंतर्गत गाधे को यह सूचना देने से इनकार कर दिया था कि 500 और 2000 रुपए के नोटों पर एजेंडा तय करने के लिए केंद्रीय बैंक की पहली बैठक कब आयोजित हुई थी और कब इसकी छपाई का आदेश दिया गया था।