14 जून 2022
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जो मन में आता है , लिखता हूं । साफ कहना, साफ दिल , साफ लिखना मुझे पसंद है । D
किसी भी मंत्री की याददाश्त चली जाय इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि राजकाज का क्या होगा? आखिर उनके नाक-कान-हाथ-पैर और मस्तिष्क सबकुछ उनका तो होता नहीं, उनका यह नश्वर शरीर मात्र उनका रहता है, इसलिए चिंता की कोई बात नहीं रहती है।
14 जून 2022