नई दिल्लीः तल्ख रिश्तों के बीच पाकिस्तान में सैन्य अभ्यास के लिए रूस की सेना के पहुंचने पर भारत की चिंता तो रूस ने गंभीरता से लिया। नई दिल्ली स्थित रूसी दूतवास ने नोट जारी कर इस पर सफाई दी है। पीओके में सैन्य प्रैक्टिस की बातों को रूस ने शरारतभरी खबरें कहीं हैं। कहा है कि सब बातें झूठी हैं। ज्वाइंट ड्रिल पीओके में नहीं हो रही।
क्या कहा रूस ने
रूस ने कहा है कि मीडिया में आई ऐसी सभी रिपोर्ट्स गलत हैं, जिसमें कहा गया है कि पीओके के गिलगित या बाल्तिस्तान जैसे संवेदनशील इलाकों में रूस की सेना के साथ पाकिस्तानी सेना ज्वाइंट ड्रिल करेगी। रूस ने कहा कि दोनों देशों की सेनाएं सिर्फ चेरात में साझा सैन्याभ्यास कर रही हैं। चेरात खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के नौशेरा जिले का इलाका है। रूस ने रत्तू में अधिक ऊंचाई पर बने आर्मी ट्रेनिंग स्कूल में सैन्य अभ्यास की खबरों को गलत बताया।
क्यों रूस ने दी सफाई
दरअसल पीओके में रूस-पाक की सेनाओं की ओर से साझा सैन्याभ्यास पर भारत ने चिंता जताई थी। विदेश मंत्रालय प्रवक्ता विकास स्वरूप ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा था कि भारत रूस के विदेश मंत्रालय से संपर्क में है। दोनों सरकारों में उच्च स्तर पर वार्ता हुई है। स्वरूप ने कहा था कि भारत पीओके को लेकर कितना संवेदनशील है, यह दुनिया जानता है। रूस हमारा सामरिक साझेदार रहा है। हमने रूस से चिंता जता दी है। जिसके बाद रूस ने संबंधों पर विपरीत असर पड़ने से रोकने के लिए मीडिया की खबरों को मनगढ़ंत बताया।