दिनांक: 22.06.2022समय : शाम 7 बजेप्रिय सखी,12th में हमारी क्लास में सुनीता नाम की लड़की को टीचर ने मॉनिटर बनाया। वह ना तो पढ़ाई में टॉपर थी और ना व्यवहार मे बहुत अच्छी थी। हाँ! लम्बी तगड़ी सु
दिनांक: 05.2.2022समय : शाम 7 बजेप्रिय डायरी जी,पहले हमारे माता-पिता कहा करते थे कि सरस्वती और लक्ष्मी कभी साथ नहीं आती। इसलिए गांव के मास्टर साब! हमेशा गरीब आदमी होते थे। लेकिन आज तो प्राथमिक शि
*संसार में अब तक अनेक विद्वान महापुरुष हुए हैं जिन्होंने अपने क्रिया कलापों से संसार का कल्याण करने का ही प्रयास किया है ! उनके चरित्रों का अनुसरण करके मनुष्य स्वयं पूजित होता रहा है | महापुरुषों के बताये गये मार्गों का अनुसरण करके , उनके लिखे ग्रंथों का पठन - पाठन करके ही विद्वान बनते आये महापुरुषो
*मानव जीवन में इन तीन बातों का होना अनिवार्य हैः-- सत्संग, भगवद् भजन और परोपकार | इन तीनों में भी सत्संग की बड़ी भारी महिमा है | सत्संग का अर्थ है, सत् वस्तु का ज्ञान | परमात्मा की प्राप्ति और प्रभु के प्रति प्रेम उत्पन्न करने तथा बढ़ाने के लिए सत्पुरूषों को श्रद्धा एवं प्रेम से सुनना एवं बीच - बी
*इस विशाल एवं अलोकिक सृष्टि की रचना करते समय ब्रह्मा जी ने नारी जाति की महत्ता को समझते हुए नर - नारी का युगल जोड़ा उत्पन्न करके सृष्टि को गतिमान किया | आदिकाल से सृष्टि के सृजन एवं संयोजन में नारी के महत्वपूर्ण योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है | हमारे धर्मग्रंथों में नारियों की महानता, उनके त्याग ए