नई दिल्ली : नोटबंदी के बीच किसान नेताओं ने दिल्ली के महिलपालपुर में किसान पंचायत का आयोजन किया. किसानों की कई मांगो के लेकर किसान नेताओं के साथ-साथ ,गुजरात में पटेल आरक्षण की मांग करने वाले हार्दिक पटेल ने भी किसान पंचायत में शिरकत की.
देश में सबसे ज्यादा आत्महत्या किसान करते हैं.
हार्दिक पटेल किसान पंचायत में कई घंटे देरी से पहुंचे, उसके बाद भी लोग कुर्सी पर डटे रहे. हार्दिक पटेल ने मंच पर आते ही मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि किसान को ग्रामीण बैंक से लोन मिलता है. समय के अंदर लोन वापस करने के लिए किसान मेहनत करता है, लेकिन उसे फसल का सही दाम नहीं मिलता और इस वजह से देश में सबसे ज्यादा आत्महत्या किसान करते हैं.
गुजरात में कोई विकास नहीं हुआ है. गुजरात सरकार पर 3 लाख करोड़ का कर्जा
हार्दिक पटेलन ने पीएम मोदी पर हमला करते हुए गुजरात में विकास को झूठा बताया . हार्दिक ने ताना मारते हुए कहा कि पीएम को भाषण देना आता हैं, देश चलाना नहीं. गुजरात में कोई विकास नहीं हुआ है. गुजरात सरकार पर 3 लाख करोड़ का कर्जा है.
किसान पंचायत में आम आदमी पार्टी से निलंबित विधायक देवेंद्र सेहरावत भी नजर आए. उन्होंने बताया कि इस मंच से तमाम नेता, किसानों की दो बड़ी मांगों को मोदी सरकार के सामने रखना चाहते हैं.
1. मोदी सरकार किसानों का बकाया कर्ज माफ करे.
2. मोदी सरकार के दावे के मुताबिक, किसानों को फसल की लागत से डेढ़ गुना समर्थन मूल्य दिलवाए.
नोटबंदी के सवाल पर हार्दिक पटेल ने पीएम मोदी के फैसले का समर्थन किया, लेकिन अगली ही लाइन में बीजेपी सरकार पर जुमले देने का ताना मारते हुए कहा कि हमने यहां देखा, वहां किसान और मजदूर के बेटे को लाइन में देखा आप कहते हो ढ़ाई लाख में शादी करो. जबकि जेटली और गड़करी साहब के यहां शादी मौज में हो रही है.