नई दिल्ली: पीएम मोदी ने जैसे ही मंगलवार को 500 और 1000 के नोटों पर रोक लगाईं। देशभर में अफरा-तफरी मच गई। पीएम मोदी के इस फैसले से कई लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा रहा है। कई लोग पीएम के इस फैसले की आलोचना कर रहें हैं। तो वहीँ कुछ लोग पीएम के फैसले का समर्थन कर रहें हैं। कुछ इसी तरह का सर्मथन देखने को मिला है। बिहार के विष्णुपद मंदिर के पंडितों का। जहाँ पंडितो ने नोटबंदी के बाद दरियादिली देखाते हुए पिंडदान करने आने वाले श्रद्धालुओं से कैश ना लेने का फैसला किया है।
लोगों को नहीं होगी कोई परेशानी
मंदिर प्रबंधन के लोगों ने ये फैसला किया है कि अब वो किसी से कोई पैसे नहीं लेंगे। उन्होंने बताया कि उन्होंने ये फैसला इसीलिए लिया क्योंकि इस फैसले से किसी को कोई परेशानी नहीं होगी। यही कारण है कि पंडितो ने बिना पैसा लिए पिंडदान करवाने का फैसला किया है।
विष्णुपद मन्दिर प्रबंधक कार्यकारिणी के सदस्य बच्चु लाल चौधरी ने ने बताया कि यहां पिंडदान करने के लिए दुनिया लोग आते हैं। ऐसा कहा जाता है कि यहां पिंडदान करने के बाद पूर्वजों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि हमलोग विष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति की ओर से इनकी सेवा में समर्पित हैं।