नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के पुलिस कमीश्नर आलोक वर्मा को सीबीआई के नए डायरेक्टर बनाये जाने के प्रस्ताव को हरी झंडी दिखा दी है. जिसके चलते वर्मा दो साल तक सीबीआई चीफ रहेंगे. वह अनिल सिन्हा की जगह लेंगे. वर्मा को इस पद पर दो साल के लिए नियुक्त किया गया है.
जानिए वर्मा कब और कहां रहे तैनात
1979 बैच के आईपीएस आलोक वर्मा को पिछले साल मार्च में दिल्ली पुलिस का कमीश्नर नियुक्त किया गया था. इससे पहले वे तिहाड़ जेल के डीजी के पद पर तैनात थे. वर्मा दिल्ली पुलिस कमीश्नर के अलावा दिल्ली पुलिस में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं. इनमें डीसीपी (साउथ), जेसीपी (क्राइम ब्रांच), जेसीपी (नई दिल्ली रेंज), स्पेशल पुलिस कमिश्नर (इंटेलिजेंस) और स्पेशल पुलिस कमीश्नर (विजिलेंस) शामिल हैं.
डायरेक्टर पद की दौड़ में तीन और लोग थे शामिल
आलोक वर्मा के अलावा सीबीआई डायरेक्टर पद की दौड़ में तीन और आईपीएस अफसर शामिल थे, जिनमें सशस्त्र सीमा बल की डायरेक्टर अर्चना रामासुंदरम, गृह मंत्रालय के स्पेशल सेक्रटरी रूपक कुमार दत्ता और महाराष्ट्र के डीजीपी सतीश माथुर थे.पीएम मोदी की अध्यक्षता में सिलेक्शन पैनल की मीटिंग में वर्मा के नाम पर आम सहमति नहीं बन सकी थी. सिलेक्शन पैनल में प्रधानमंत्री के अलावा लोकसभा में सबसे बड़े विपक्षी दल कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जे. एस. खेहड़ शामिल थे.
दिसंबर से खाली पड़ा था पद
गौरतलब है कि सीबीआई निदेशक अनिल सिन्हा दिसंबर में अपने पद से रिटायर्ड हो गए थे. उनके स्थान पर गुजरात कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी राकेश अस्थाना को अस्थायी तौर पर सीबीआई का चीफ बनाया गया था. लेकिन अब आलोक वर्मा के रूप में सीबीआई को अपना पूर्ण कालिक प्रमुख मिल गया है.