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फिर दीप जलेगा

गोपालदास नीरज

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31 मई 2022 को पूर्ण की गई
ISBN : 9789353495633

ये कविताएं निराशा से आशा की ओर ले जाती हैं। प्रेमी-प्रेमिकाओं के मन की कोमल और सूक्ष्म भावनाओं, प्यार की प्यास और तड़प, रूमानी तबियत की रंगीनी और मस्ती के अनन्य गायक कवि की ये कविताएं एक ओर जहां शाश्वत प्रेम का अहसास कराती हैं, वहीं संघर्ष करने की प्रेरणा और जीवन में आगे बढने के लिए प्रोत्साहन भी देती हैं| 

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