लखनऊ : यूपी का निजाम बदलने के साथ-साथ यहां के शासन-प्रशासन के काम करने का इंतजाम भी अब बदल चुका है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि हरिशंकर तिवारी के नाम भर से जहां पूरा पूर्वांचल कांपने लगता है वहां गोरखपुर की पुलिस ने आज वो कर दिखाया जो शायद किसी ने नहीं सोचा था। शायद ये सत्ता की ही हनक है तभी तो योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के एक महीने बाद ही खाकी पंडित हरिशंकर तिवारी के गोरखपुर के धर्मशाला बाजार स्थित घर पर एसपी सिटी हेमराज मीना के नेतृत्व में शनिवार (22 अप्रैल) को छापा मारा। पंडित हरिशंकर तिवारी के घर पर अचानक छापेमारी से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
सोनू पाठक बदमाश की तलाश में छापा
जहां आम आदमी तो क्या पुलिस भी जाने में कतराती है, वहां (हरिशंकर तिवारी के घर) गोरखपुर पुलिस ने ऐसा कारनामा कर दिया जो पूरे गोरखपुर में चर्चा का विषय बनने के लिए काफी था। पुलिस की माने, तो कुछ दिनों पहले ही गोरखपुर में बदमाशों ने लूट की एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस द्वारा की गई यह कार्रवाई इसी केस का हिस्सा है। इस केस में पुलिस ने एक्शन लेते हुए सोनू पाठक नाम के बदमाश की तलाश में ये कार्रवाई की। संभवत: यूपी में यह पहली बार है कि खाकी ने सीधे हरिशंकर तिवारी पर हाथ डालने की हिम्मत जुटाई। पुलिस ने हरिशंकर तिवारीं के घर से 6 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस सभी से पूछताछ कर रही है।
क्या है मामला ?
-पुलिस फोर्स एसपी सिटी हेमराज मीना के नेतृत्व में पंडित हरिशंकर तिवारी के घर पहुंची और पूरा घर खंगाल मारा।
-पुलिस की माने, तो बीते मार्च महीने में गोरखपुर में हुई 98 लाख की लूट के एक आरोपी ने पुलिस को सोनू पाठक नाम के एक शख्स के बारे में बताया था।
-उसने पुलिस को बताया कि इस लूट में सोनू भी शामिल था और उसका हरिशंकर तिवारी के घर पर आना जाना था।
-इस जानकारी पर उक्त अभियुक्त को लेकर पुलिस पंडित हरिशंकर तिवारी के घर पहुंची और छापेमारी की।
-इस दौरान पुलिस को घर से कुछ संदिग्ध लोग मिले।
-जिनको पुलिस ने पूछताछ के लिए पकड़ा तो उनमें से एक के पास जिंदा कारतूस भी बरामद हुआ।
-पुलिस ने 6 लोगों को हिरासत में लिया। जिनसे पूछताछ की जा रही है।
क्या कहा एसपी सिटी ने ?
-एसपी सिटी ने बताया कि छोटू चौबे जो कि पुलिस की हिरासत में था आज उसको रिमांड पर लिया गया।
-उसने ही पूरे मामले में सोनू पाठक के शामिल होने की बात बताई थी।
बदले की भावना से हुई कार्रवाई
हरिशंकर तिवारी के बेटे और वर्तमान में चिल्लूपार विधानसभा सीट से बसपा विधायक विनय शंकर तिवारी ने कहा कि यह पुलिस की छापेमारी नहीं, बल्कि सरकार के दबाव में की गई छापेमारी है। पुलिस की टीम ने बिना सर्च वारंट के घर पर छापा मारा। यह मसला हम सदन में रखेंगे।