दिल्ली : पंजाब चुनाव के बाद पार्टियों के भविष्य का फैसला ईवीएम में बंद हो चुका है. असली नतीजें क्या रहेंगे इसके लिए 11 मार्च तक का इंतजार करना पड़ेगा तब साफ हो पाएगा सरकार किसकी बनेगी. लेकिन इसी बीच खबर है कि कांग्रेस पार्टी के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने दिल्ली में शीर्ष नेतृत्व में हाजिरी लगाकर गांउड़ जीरो रिपोर्ट पेश की है. जिसमें प्रशांत किशोर ने दावा किया है कि पार्टी पंजाब राज्य में 68-70 सीटे जीत रही है.
हमारे सूत्र हमे बताते है कि रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि मालवा क्षेत्र में हुई भारी वोटिंग को लेकर कांग्रेस थोड़ी परेशान है. बताया जा रहा है कि मालवा क्षेत्र में आम आदमी पार्टी की स्थिति काफी मजबूत है जहां विधानसभा की 69 सीटे है. आपको बता दें कि पंजाब विधानसभा के लिए 5 फरवरी को वोट डाले गए थे. राज्य की 117 विधानसभा सीटों पर शनिवार को करीब 78.62 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था.
दूसरी ओर शिरोमणि अकाली दल (बादल) के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि विधानसभा चुनावों में डेरा सच्चा सौदा से अकाली दल और उसकी सहयोगी पार्टी बीजेपी को जो सहयोग मिला है, उसका उलटा असर पड़ सकता है. उनका कहना है कि पार्टी का असली वोट बैंक (पंथक), जो बेअदबी के मुद्दे को लेकर नाराज है, वह डेरा के करीब आने से अलग-थलग हो सकता है.
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने भी ट्विटर पर एक चार्ट शेयर कर पंजाब में जीत का दावा किया है. जिसमें ग्राउंड रिपोर्ट के आधार पर अकाली और बीजेपी गठबंधन, कांग्रेस, और आम आदमी पार्टी को सीटें दी गई थीं. माकन की इस पोस्ट के हिसाब से कांग्रेस पंजाब में 67 सीटें, आप 40 सीटें, और अकाली और बीजेपी को 10 सीटें मिल सकती हैं.
वोट प्रतिशत के हिसाब से बात करें तो पंजाब में इस बार भी कुछ अलग नजर नहीं आया. साल 2007 के विधानसभा चुनावों में 76 फीसदी वोट पड़े थे, जबकि साल 2012 और 2017 के विधानसभा का वोट प्रतिशत भी लगभग 78 प्रतिशत ही रहा.