मैं अठारह वर्ष का था जब प्रेम ने जादुई किरणों से मेरी आंखों को खोला और पहली बार अपनी गर्म उंगलियों से मेरी आत्मा को छुआ। सेलमा कैरमी पहली महिला थी जिसने अपने सौंदर्य से मेरी आत्मा को जगाया और अमर प्रेम के बगीचे में मेरा हाथ पकड़ कर मुझे ले गई जहां दिन सपनों की तरह और रातें विवाहोत्सवों की तरह गुजर जाते हैं।
सेलमा कैरमी ने मुझे स्वयं की सुंदरता के उदाहरण से सौंदर्य की पूजा करना सिखाया और अपने स्नेह के द्वारा प्रेम के रहस्यों को उजागर किया।वह एक ऐसी महिला थी जिसने पहली बार मेरे लिए वास्तविक जीवन के गीत गाए।
प्रत्येक नवयुवक अपने पहले प्यार को याद करता है और उस अद्भुत घड़ी को मानसपटल पर पुनर्जीवित करने की कोशिश करता है जिसकी स्मृति उसके गहनतम अनुभव को परिवर्तित कर देती है और इसकी संपूर्ण रहस्यात्मक कड़वाहट के बावजूद उसे अद्भुत खुशी से सराबोर कर देती है।
प्रत्येक नवयुवक के जीवन में एक सेलमा होती है जो जीवन के बसंत में अचानक प्रकट होती है और उसके एकाकीपन को खुशी के क्षणों में परिवर्तित कर देती है और उसके रातों की खामोशी को संगीत से भर देती है।
मैं गहराई से विचारों और चिंतन में डूबा हुआ था, जीवन के अर्थों और शास्त्रों में उद्घाटित सत्यों को समझने की कोशिश कर रहा था जब मैंने सेलमा के होठों से प्रेम की फुसफुसाहट सुनी। मेरी जिंदगी स्वर्ग के आदम की तरह वीरान एवं अचेत थी जब मैंने सेलमा को प्रकाश के स्तंभ की तरह अपने सामने खड़ा देखा। वह मेरे हृदय की ईव थी जिसने रहस्यों एवं आश्चर्यों से इसे भर दिया और मुझे इस योग्य बना दिया कि मैं जीवन के रहस्यों को समझ सकूं।
पहली ईव ने अपनी इच्छा से आदम को स्वर्ग से बाहर जाने का रास्ता दिखाया था जबकि सेलमा ने अपने प्यार और मधुरता के द्वारा मुझे इस योग्य बनाया कि मैंने अपनी इच्छा से पवित्र प्रेम और सद्गुणों के स्वर्ग में प्रवेश किया। लेकिन जो पहले इंसान के साथ हुआ वही मेरे साथ भी हुआ,वह धधकती हुई तलवार जिसने आदम को स्वर्ग से बाहर किया वैसी ही थी जिस तलवार की चमकदार धार ने मुझे डरा दिया और मुझे मेरे प्रेम के स्वर्ग से जबरदस्ती बाहर कर दिया,जब कि मैंने किसी भी आदेश को मानने से इनकार नहीं किया था और ना ही मैंने ऐसे वृक्ष का फल खाया था जिससे मुझे रोका गया था।
आज, कई वर्षों के बाद, मेरे पास उस सुंदर स्वप्न का कुछ भी शेष नहीं सिवाय दुखद यादों के जो अदृश्य पंखों की तरह मेरे चारों को फड़फड़ा रही हैं, मेरे हृदय की गहराई को शोक से भर दिया है और आंखों को आंसुओं से। मेरी प्रिय, सुंदर सेलमा मुझे छोड़कर हमेशा के लिए जा चुकी है और उसकी यादों को बनाए रखने के लिए मेरे पास कुछ भी नहीं सिवाय मेरे टूटे हुए हृदय के और एक कब्र के जो साइप्रस वृक्षों से घिरी हुई है। सेलमा की गवाही के लिए वह कब्र और यह हृदय ही शेष बचे हैं।
शांति जो ताबूत को चारों ओर से घेरे रहती है, ताबूत की गुमनामी में ईश्वर के गुप्त रहस्य को उद्घाटित नहीं करती है, और शाखाओं की सरसराहट जिसकी जड़ें शरीर से तत्वों को सोख लेती हैं, कब्र के रहस्यों को नहीं बताती, लेकिन मेरे हृदय की आहें घोषणा करती हैं एक ऐसे नाटक का जो प्रेम, सौंदर्य, और मृत्यु ने संपन्न किया था।
अरे, मेरे युवावस्था के मित्रो जो बेरुत शहर में बिखरे हुए हैं, जब तुम उस कब्रिस्तान से गुजरना जो चीड़ के जंगल के पास है, शांति से प्रवेश करना और धीमे-धीमे चलना जिससे तुम्हारे पैरों की धप-धप मृतकों की निद्रा को भंग ना कर दे और सेलमा की कब्र पर विनम्रता पूर्वक रुक जाना, अभिवादन करना उस जमीन को जो उसकी मृत देह को घेरे हुए है और गहरी सांस के साथ मेरे नाम का उच्चारण करना और अपने आप से कहना;
"यहां, जिब्रान की सारी आशाएं, जो समुद्र के पार प्रेम के कैदी के रूप में रह रहा है, दफन की गई थीं। इस जगह उसने अपनी खुशी खो दी थी, अपने आंसुओं को बहाया था, और अपनी मुस्कुराहट को भूल गया था।"
उस कब्र के पास, साइप्रस पेड़ों के साथ-साथ जिब्रान के दुख भी बढ़ते हैं, और कब्र के ऊपर हर रात उसकी रूह सेलमा की याद में टिमटिमाती है, साथ देती हैं वृक्षों की शाखाओं के दुख पूर्ण क्रंदन, विलाप और सेलमा के जाने का शोक, जो, कल, जीवन के होठों पर सुंदर धुन थी और आज पृथ्वी के वक्ष पर एक शांत रहस्य।
अरे, मेरे युवावस्था के साथियो। मैं तुम से विनती करता हूं, उन लड़कियों के नाम पर जिन्हें तुम्हारे हृदयों ने प्यार किया था, कि एक फूलों का हार मेरी प्रियतमा की सूनी कब्र पर चढ़ा देना, तुम्हारे द्वारा सेलमा की कब्र पर चढ़ाए गए फूल, मुरझा रहे गुलाब की पंखुड़ियों पर सुबह की आंखों से गिर रही ओस की बूंदों की तरह हैं।