देहरादून: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्रियों का जलवा देखिये पहले तो सरकारी कोठियों के लेकर चर्चा में आए और अब वाहनों के शौक ने उन्हें फिर सुर्खियों में ला दिया है। दरअसल उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्रियों के वाहन बदलने का ऐसा शौक़ है कि जानकर आप हैरान हर जाएंगे। वयोवृद्ध पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी तो औसतन हर आठ माह में अपनी गाड़ी बदलते हैं, जबकि विजय बहुगुणा सात माह में। पेट्रोल-डीज़ल खर्च को लें तो इस लिहाज़ से पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की गाड़ी सबसे ज़्यादा चल रही है। तेल और वाहनों के अनुरक्षण व्यय पर औसतन हर माह 98 हज़ार का खर्च। विजय बहुगुणा इस मामले में दूसरे स्थान पर हैं।
दरअसल पूर्व मुख्यमंत्रियों के वाहन व्यय को लेकर देहरादून निवासी रेखा पुंडीर की ओर से एक आरटीआई डाली गई। जवाब में राज्य संपत्ति विभाग से जो कुछ जानकारी मिली उसे देख हर किसी की आंखे दंग रह गईं। सबसे पहले बात पूर्व मुख्यमंत्री कोश्यारी की, जनाब दो मार्च 2002 से अप्रैल 2015 तक 157 माह के दौरान उन्हें अलग-अलग समय के लिए 10 सरकारी वाहन मिले। उनके बाद नंबर है नारायण दत्त तिवारी का, यह 7 मार्च 2007 से अप्रैल 2013 तक नौ वाहन बदले चुके थे। फ़ेहरिस्त में अगला नाम भुवन चंद्र खंडूड़ी का यह 25 जून 2009 से अप्रैल 2015 तक तीन और निशंक ने 11 सितंबर 2011 से अप्रैल 2015 तक दो और विजय बहुगुणा ने तो फरवरी 2014 से अप्रैल 2015 तक दो-दो वाहन बदल डाले।
पूर्व मुख्यमंत्रियो की गाड़ियों का जलवा देखिये...