
नई दिल्लीः जिस दिन रात आठ बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी की घोषणा की, उसके चार घंटे के भीतर यानी 12 बजे से पहले ही महाराष्ट्र के नासिक जिला सहकारी बैंक ने 47 करोड़ रुपये के कालाधन को सफेद कर दिया। यह सब हुआ एनसीपी नेता छगन भुजबल के इशारे पर। बैंक की संचालन कमेटी पर कब्जा जमाए उनके समर्थकों ने रातोंरात पुराने नोट जमा कर लिए गए। वहीं इतने ही कीमत के 47 करोड़ के फुटकर रातोंरात बैंक से बाहर निकलवा दिया गया। इसका खुलासा होते ही अब जांच शुरू हो गई है।
आयकर विभाग कर रहा छापेमारी
जिला सहकारी बैंक में रातों रात 47 करोड़ रुपये के पुराने नोट बदलने के मामले में आयकर विभाग और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने छापेमारी शुरू कर दी है। इस दौरान कई दस्तावेज बरामद हुए हैं। जांच में पता चला है कि नोटबंदी की रात बैंक के निदेशकों ने तिजोरी में रखे सौ और पचास रुपये के नोटों में 47 करोड़ रुपये बाहर निकलवा दिए। उसके स्थान पर पांच सौ और एक हजार रुपये के पुराने नोट रखवा दिए।