नई दिल्ली : रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने अपने ताजा आंकड़ों में कहा है कि टेक्सटाइल, लेदर, जेम्स एंड ज्वैलरी, फूड प्रोसेसिंग, इन्फ्रास्ट्रक्चर और इंजीनियरिंग सेक्टर द्वारा बैंकों से कर्ज लेने की डिमांड नेगेटिव हो गई है।
गौरतलब है कि साल 2014 के चुनाव में वादा किया गया था कि देश में 2 करोड़ रोजगार दिए जायेंगे लेकिन इस स्थित को देखते हुए यह बेहद मुश्किल लग रहा है।
क्रेडिट ग्रोथ नेगेटिव होने का सीधा मतलब है कि कारोबारी कर्ज नही ले रहे हैं और सात ही कंपनियां अपने बिजनेस को लेकर सतर्क हो रही हैं। इसी वजह से इन सेक्टरों से कर्ज के डिमांड कम हो गई है। इन सब बातों का सीधा मतलब है कि जब ये सेक्टर कारोबार में आगे नही बढ़ रहे हैं तो इसका सीधा असर नौकरियों पर पड़ेगा।
PIC Credit : Money bhaskar