नई दिल्लीः आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के ठिकानों पर छापेमारी के बाद पार्टी में भी विरोध की आवाज उठने लगी है. राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे डॉक्टर हरेंद्र कुमार ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. हरेंद्र कुमार ने कहा है कि लालू यादव पहले से चारा घोटाले में फंसे हुए थे. अब उन्होंने घोटाले में अपने पूरे परिवार को समेट लिया है. ऐसे माहौल में आरजेडी में रहकर काम करना मुश्किल है.एक दशक से लालू के साथ राजनीति कर रहे डॉक्टर हरेंद्र कुमार आरजेडी में शामिल होने से पहले जेडीयू में थे. हरेंद्र कुमार बीजेपी-जेडीयू गठबंधन से दो बार मुजफ्फरपुर से और एक बार वैशाली से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं. डॉक्टर कुमार के आरजेडी छोड़ने का असर मुजफ्फरपुर और आसपास के जिलों में पड़ना तय है.
कलेक्टर हत्याकांड में आरोपी भी थे हरेंद्र
भूमिहार जाति से आने वाले डॉक्टर हरेंद्र कुमार कलेक्टर जी कृष्णैया हत्याकांड में भी आरोपी थे. बाद में कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया. कुमार का अगला राजनीतिक कदम क्या होगा इस बारे में उन्होंने साफ नहीं किया है.आपको बता दें कि आज आयकर विभाग ने दिल्ली और गुरुग्राम में लालू यादव और उनके परिवार से जुड़े 22 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. ये छापेमारी एक हजार करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति को लेकर की गई. आरजेडी सांसद प्रेम चंद्र गुप्ता के बेटे और लालू की बेटी मीसा भारती के पति शैलेश कुमार के ठिकानों पर छापेमारी की गई.इस छापेमारी के बाद लालू यादव लगातार ट्विटर पर मोदी सरकार पर हमला कर रहे हैं. लालू ने ट्वीट कर कहा, ”ज़्यादा लार मत टपकाओ, गठबंधन अटूट है. अभी तो समान विचारधारा के और दलो को साथ जोड़ना है. मैं बीजेपी के सरकारी तंत्र और सरकारी सहयोगियो से नहीं डरता.”