RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बसपा सुप्रीमो मायावती को फोन कर राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार को लेकर चर्चा की है. जानकारी के मुताबिक लालू प्रसाद ने दोनों नेताओं को 27 अगस्त को पटना में होने वाली रैली में शामिल होने का भी आमंत्रण दिया. जिसके बाद सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बिहार की राजनीति के साथ ही देश की राजनीति में भी बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैं.
जानकारी यह भी मिल रही है कि बसपा सुप्रीमो मायावती को राजद कोटे से राज्यसभा भी भेजने की तैयारी है. इससे पता चलता है कि एमवाई समीकरण के साथ ही अब दलित समीकरण को भी साधने की तैयारी चल रही है.
दरअसल यूपी चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद बसपा सुप्रीमो के लिए राज्यसभा या विधानपरिषद की राहें बेहद मुश्किल हो गई हैं. बिना समर्थन लिए उनका इन सदनों तक पहुंचना नामुमकिन हो गया है. अगर वह समर्थन नहीं लेती हैं तो अप्रैल, 2018 के बाद उनके लिए राज्यसभा का रास्ता लगभग बंद होने जायेगा क्योकि अगले वर्ष उनकी राज्यसभा सदस्यता समाप्त हो रही है. ऐसे में उन्हें दोबारा निर्वाचित होने के लिए 37 विधायकों की जरूरत होगी, लेकिन यूपी चुनाव में उनकी पार्टी को सिर्फ 19 सीटें ही मिली हैं.
2 अप्रैल 2018 को मायावती सहित यूपी के 10 राज्यसभा सदस्यों की सदस्यता खत्म होगी. इनमें मायावती के साथ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी, एसपी नेता जया बच्चन, किरणमय नंदा, नरेश अग्रवाल और बीजेपी नेता विनय कटियार शामिल हैं. जबकि, 18 मई 2018 को यूपी विधान परिषद की 13 सीटें खाली हो रही हैं. इनमें एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव और राजेंद्र चौधरी प्रमुख नाम हैं.