भारत में रक्षाबंधन बहुत ही प्रसिद्ध त्यौहार है । यह एक भाई बहिन का त्यौहार है। जिसमें एक बहिन अपने भाई को राखी बांधती है और उससे रक्षा का वचन लेती है।। यह भाई और बहिन के अटूट प्रेम के
कविता का संसार गढ़ना है, बन प्रेरणा चले आओ, हाँ, मुझे उड़ना है, तुम पँख बनकर लग जाओ । देखना है मुझे, उस क्षितिज के पार क्या है, जानना है मुझे, सपनों का सँसार क्या है । कल्पना के संसार में,
बहुत दिनन के, बाद आयी हमका, मोरे पिहरवा की, याद रे ॥1॥ चाँदी जैसे खेतवा में, सोना जैसन गेहूँ बाली, तपत दुपहरिया में आस रे ॥2॥ अँगना के लीपन में, तुलसी तले दीया, फुसवा के छत की, बरसात रे ॥3॥
उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाने वाला रक्षाबंधन एक प्रिय भारतीय त्योहार है जो भाइयों और बहनों के बीच अद्वितीय बंधन का सम्मान करता है। इस दिन, बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रंगीन धागे जिन्हें राखी कहते