देहरादून: उत्तराखण्ड में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में इस बार चुनाव बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं के बीच नहीं बल्कि सूबे के मुखिया हरीश रावत और देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच लड़ा जा रहा है। क्योंकि बीजेपी अब मोदी के आसरे ही हर चुनाव को जीतना चाहती है। जिसके चलते सीएम हरीश रावत ने मोदी को टक्कर देने के लिए एड़ी चोटी का ज़ोर लगा दिया है। यहां तक की हीरश रावत रात में दो दो बजे तक अपने आवास पर पार्टी कार्यकरताओें और पदाधिकारियों के साथ बैठक करते हुए नज़र आ रहे हैं वहीं बीजेपी कार्यालय में शाम सात बजे ही सन्नाटा पसरा हुआ दिखा। दरअसल हरीश रावत दिल्ली से ऋषिकेश पहुंचे जहां राहुल गाँधी का बूथ मीटिंग होनी है और वहां से सीधा बीजापुर अपने आवास के लिए रवाने हो गए। हरीश रावत तक़रीबन 8 बजकर 50 मिनट पर बीजापुर पहुंचे, जिसके बाद देर रात तक़रीबन 12 बजे तक लोगों का जमावड़ा लगा हुआ था । जहां से हर 10 मिनट में कांग्रेस और हरीश रावत ज़िन्दाबाद के नारे लग रहे थे। हरीश रावत यहां से फिर सुबह ऋषिकेश के लिए रवाना होंगे जहां राहुल गांधी का कार्यक्रम होना है जहां पीसीसी अध्यक्ष किशोर उपाध्याय सुबह से ही पूरी तैयारियों में लगे हुए हैं।
हरीश रावत की व्यूह रचना
दोनो ही पार्टियों के बीच द्वंद्व मचा हुआ है लेकिन सीएम हरीश रावत ने मोदी को पूरे तरह से घेरने की तैयारी कर ली है। एक ओर बीजेपी अपने पीएम के आसरे जीत का ककहरा पढ़ने की तैयारी में है तो वहीं हरीश रावत देर रात तक जनता से मिलने और कार्यकरताओं से मिलकर रणनीति बनाने में लगे हुए हैं। हरीश रावत ने विधानसभा क्षेत्रों के लिए अलग अलग रणनीति तैयार की है। 50 बरस से राजनीति करने वाले रावत एक ऐसी व्यूह रचना में लगे हुए हैं जिससे हर कोई अनभिज्ञ है। एक ओर हरीश रावत ने बागियों को घेरने का प्लान बनाया है तो वहीं दूसरी ओर समूची बीजेपी को हाशिये पर ले जाने के लिए वो नकारात्मक राजनीति से ज़्यादा सकारात्मक राजनीति में लगे हुए हैं।
सीएम हरीश रावत से मिलने के लिए आधी रात लोगों का उनके आवास पर जमावड़ा लगा हुआ था। जगह जगह से लोग उनसे मिलने आ रहे थे और उनको भरोसा दिला रहे थे कि किस तरह से चीज़े उनके पक्ष में है और किसी भी हाल में बाग़ियों को जीत हासिल नहीं होगी। खानपुर विधानसभा से आए लोगों ने इंडिया संवाद से बातचीत में बताया कि उत्तराखण्ड किसी भी हालत में बाग़ियों को जीतने नहीं देगा। यह जीत हार से ज़्यादा धोखेबाज़ों को सबक सिखाने का वक़्त है। दरअसल इंडिया संवाद की टीम विशेष तौर पर चुनाव की कवरेज के लिए उत्तराखण्ड में तैनात है जिसके चलते वो आपतक हर पल हर ख़बर को पहुंचा रही है।