दिल्ली : वोडाफोन ने कई महीनों के अंदेशे के बाद सोमवार को आदित्य विक्रम बिड़ला समूह की कंपनी आयडिया सेलुलर के साथ विलय पर चर्चा की पुष्टि की है. इस विलय के तहत वोडाफोन की भारतीय इकाई का आयडिया सेलुलर के साथ विलय हो जाएगा. इस विलय के बाद इन दोनों के विलय से बनी कंपनी दूरसंचार क्षेत्र में इस देश की सबसे बड़ी कंपनी होगी. सूत्र बता रहे है कि अंबानी की जियो को रोकने के लिए आदित्य बिड़ला ग्रुप और वोड़ाफोन ने ये बड़ा कदम उठाया है.
वोडाफोन की भारतीय इकाई ने बयान में कहा
वोडाफोन इस बात की पुष्टि करता है कि आयडिया सेलुलर के साथ उसकी भारतीय इकाई वोडाफोन इंडिया के विलय को लेकर आदित्य बिड़ला समूह से विलय हुआ है.
इस खबर के बाद आयडिया के शेयरों में 29 फीसदी तक की तेजी दर्ज की गई. खबर लिखते समय आयडिया के शेयर NSE पर 26.47% की तेजी के साथ 98.40 रुपए पर कारोबार कर रहे थे. अगर ऐसा होता है तो इन दोनों कंपनियों के विलय से बनने वाली कंपनी के पास सबसे ज्यादा ग्राहक होंगे. जिसके बाद एयरटेल और रिलायंस जिओ काफी पीछे रह जाएंगे.
आपको बता दें कि देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी एयरटेल से 27 करोड़ ग्राहक जुड़े हुए हैं. वहीं, रिलायंस जिओ के साथ 7.2 करोड़ ग्राहक जुड़ चुके हैं. ऐसे में अगर वोडाफोन और आइईडिया का विलय होता है, तो इनके पास 39 करोड़ ग्राहक होंगे. जो एयरटेल और रिलायंस जिओ की तुलना में काफी ज्यादा हैं.
इस विलय से पहले भारतीय टेलिकॉम मार्किट में वोडाफोन दूसरे और आईडिया तीसरे स्थान पर हैं. लेकिन विलय के बाद एयरटेल तीसरे नंबर पर आ सकती है. रिलायंस जिओ का नंबर वन बना पाना काफी मुश्किल हो जाएगा. क्योंकि आईडिया और वोडाफोन के विलय के बाद बनने वाली कंपनी के पास 40 फीसदी मार्किट शेयर होगा. आपको बता दें कि एयरटेल के पास अभी टेलिकॉम मार्किट का 32 फीसदी हिस्सा है.