अरमान, तनु और रुद्र हवेली के अंदर एक घनी अंधेरी कोठरी में दाखिल हुए थे। कमरे में कदम रखते ही एक ठंडी सिहरन ने उनका स्वागत किया, जैसे हवेली की दीवारें खुद को उनके खिलाफ खड़ा कर रही हों। कमरे की दीवारों पर पुरानी पेंटिंग्स और फटी हुई लकड़ी की अलमारियां रखी हुई थीं। एक ऐसा माहौल था जो किसी भी इंसान को डर में डाल दे, लेकिन अरमान का दिल अपने बहन को बचाने की उम्मीद से भरा था।
"यह वही जगह है," रुद्र ने धीरे से कहा, " मेरी जानकारी के मुताबिक यह वही कोठरी है, जहाँ आत्मा अपनी पूरी ताकत से बसी हुई है।"
तनु ने घबराए हुए स्वर में पूछा, "क्या हमें यहाँ कुछ खास करना होगा?"
रुद्र ने सिर झुका लिया और कहा, "हमें यहाँ उस आत्मा का सामना करना होगा, जो इस फोन के अंदर बसी हुई है। इस आत्मा का असली रूप यहीं कहीं छिपा है, और सिर्फ यही एक तरीका है जिससे हम रिया को बचा सकते हैं।"
हवेली के अंदर गहरे राज़:
जैसे ही वे कमरे में कदम बढ़ाते गए, अचानक पूरे कमरे का माहौल बदलने लगा। कमरे के अंधेरे कोने से एक डरावनी आवाज़ आई, और एक मद्धम सी आभा कमरे में फैलने लगी। वही महिला की आकृति फिर से उभरने लगी, जो रिया की थी, लेकिन इस बार उसकी आँखों में गुस्सा और दर्द साफ झलक रहा था।
"तुमने मुझे खत्म करने की कसम खाई है, लेकिन तुम मुझे हराने की शक्ति नहीं रखते," महिला की आवाज़ आई, जो अब एक डरावनी, गहरी गूंज में बदल चुकी थी।
अरमान ने आवाज़ को सुनते हुए कहा, "क्या तुम रिया हो? क्या तुम हमें बताओगी कि हमें इसे खत्म करने के लिए क्या करना होगा?"
महिला की आकृति अब पूरी तरह से रूप बदल चुकी थी। उसकी हड्डियाँ बाहर निकल आईं, और उसके चेहरे पर एक दर्दनाक मुस्कान थी। उसने घृणा से कहा, "तुम क्या सोचते हो? तुम मुझे खत्म कर सकोगे? मैं वह आत्मा हूँ, जिसने इस फोन को जन्म दिया, और अब तुम सब इस जाल में फंसे हो। रिया सिर्फ एक शुरुआत थी, तुम्हारी बारी अब आ चुकी है!"
तभी फोन की स्क्रीन पर एक और संदेश उभरा:
"तुम अगर इस आत्मा को हराना चाहते हो, तो तुमको उसकी असली ताकत को पहचानना होगा। उसकी शक्ति उस पुराने रहस्य में बसी हुई है, जो हवेली के अंदर है। तुमने मुझे खत्म करने की कोशिश की, लेकिन तुम नहीं जानते कि यह आत्मा कितनी पुरानी और खतरनाक है।"
अरमान का दिल धड़कने लगा। "क्या मतलब है इसका? क्या हमें उस रहस्य को ढूंढना होगा?" उसने रुद्र से पूछा।
रुद्र ने गंभीरता से कहा, "हाँ, इस आत्मा की शक्ति का रहस्य हवेली में छुपा हुआ है। यह आत्मा एक पुराने काले जादू से जुड़ी हुई है, और इस जादू को तोड़ने के लिए हमें उसके असली स्रोत को नष्ट करना होगा। यही वह जगह है, जहां आत्मा ने अपना असली रूप लिया है।"
एक गहरे राज़ का खुलासा:
अरमान ने फिर एक बार फोन को देखा, और उसकी स्क्रीन पर एक और चेतावनी उभरी:
"तुम जितना चाहोगे, उतना सब खो दोगे। अगर तुम इस रहस्य को जान पाओ, तो तुम अपनी जान तक की कीमत चुकाओगे। लेकिन रिया को बचाने के लिए तुम्हे अब यह सब करना ही होगा।"
यह संदेश अरमान के दिल में डर और संदेह दोनों पैदा कर गया था। "क्या यह सच है?" उसने कहा, "क्या मैं रिया को वापस लाने के लिए अपनी जान भी दे सकता हूँ?"
रुद्र ने कहा, "हमें इस जादू के बारे में और जानने की जरूरत है। हवेली की किताबों और पेंटिंग्स में कहीं कुछ ऐसा हो सकता है जो हमें इस आत्मा की असली ताकत से जुड़े राज़ को बताए।"
पुरानी किताब:
सभी ने कमरे के चारों ओर देखा। अचानक, तनु ने किताबों की अलमारी में पर एक लाल कपड़े में लिपटी हुई पुरानी किताब देखी, जिसपर लिखा था मुक्ति का मार्ग जो किसी अजीब काली धागों से बांधी हुई थी। उसने किताब को खोलते हुए कहा, "यह क्या है?"
रुद्र ने किताब की ओर देखा और कहा, "यह वही पुरानी किताब हो सकती है, जो इस आत्मा से जुड़ी हुई है। इस किताब में लिखा है कि इस आत्मा ने अपने जीवन को एक खतरनाक काले जादू में समर्पित किया था।
रुद्र ने किताब को धीरे-धीरे पलटना शुरू किया। जिसमें लिखा था कि आज से दो सो साल पहले उस हवेली के मालिक (सूरजभान) और मालकिन(चंद्रिका) जिनकी कोई संतान नहीं थी, चंद्रिका को संतान न होने का बहुत दुख था और इसलिए ही वह पुत्र की प्राप्ति के लिए काला जादू किया करती थी, जिसके लिए चंद्रिका ने आस पड़ोस के बच्चों का अपहरण करके उनकी बलि दिया करती थी , सूरजभान को इसकी भनक नहीं थी लेकिन एक रात सूरजभान ने चंद्रिका को एक मासूम बच्चे की बलि देते हुए देख लिया, चंद्रिका का ऐसा रूप देखकर सूरजभान क्रोध से भर गया उसने चंद्रिका को हवेली के उसी कमरे में उसी हथियार से मार दिया जिससे चंद्रिका बच्चों की बलि देती थी और उसके बाद चंद्रिका के शरीर को उसी कमरे में आग लगा दिया और उसके बाद उसने उस कमरे को हमेशा के लिए बंद कर दिया। चंद्रिका का शरीर तो खत्म हो गया था लेकिन उसकी आत्मा उसके बाद भी उसी कमरे में काला जादू करती थी, जिससे परेशान होकर सूरजभान ने चंद्रिका की आत्मा को नियंत्रित करने के लिए एक यज्ञ कराया और मंत्र जाप की शक्ति से पांच अष्टधातु के चिन्ह संकेत बनवाए जिसको जोड़ने पर चंद्रिका की आत्मा मुक्त हो जाएगी। रुद्र पन्ने पलट रहा था, एक पन्ना ऐसा आया जिसमें काले धागे से कुछ जादुई संकेत बनाए गए थे। रुद्र ने बताया, "यह देखो, यह वही संकेत हैं, जो इस आत्मा को खत्म किया जा सकता हैं। इस जादू को तोड़ने के लिए हमें इस संकेत को सही तरीके से समझना होगा।"
अरमान और तनु ने ध्यान से सुना। "अगर हम इस संकेत को सही से समझ सकते हैं, तो क्या हम आत्मा को हराकर रिया को बचा सकते हैं?" अरमान ने उम्मीद जताते हुए पूछा।
रुद्र ने हाँ में सिर हिलाया, "यह संकेत हमें हवेली के एक और स्थान की ओर ले जाएंगे। वहाँ हम वह चीज़ ढूँढ पाएंगे जो इस आत्मा को खत्म कर सकती है। लेकिन ध्यान रखना, रास्ता बहुत खतरनाक होगा।"
अरमान और तनु ने रुद्र के साथ वह कदम बढ़ाने का निर्णय लिया, और अब वे उस स्थान की ओर बढ़ने लगे, जहाँ इस रहस्य का असली समाधान छुपा हुआ था।
फोन की स्क्रीन पर एक और संदेश उभरा:
"तुमने मेरे खिलाफ कदम उठाया है, लेकिन तुम मुझे कभी नहीं हरा सकोगे। मेरी ताकत तुम्हारे सपनों में भी समा जाएगी!"
अरमान ने ठान लिया, "हम डरने वाले नहीं हैं। हम अपनी बहन को बचाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं।"
रुद्र और तनु ने उसकी हिम्मत बढ़ाई, और तीनों ने मिलकर अंतिम निर्णय लिया—इस रहस्य को तोड़ने और रिया को वापस लाने के लिए उनका अगला कदम आत्मा के खिलाफ था।
अरमान, तनु और रुद्र अब हवेली के अंदर उस खतरनाक स्थान की ओर बढ़ रहे थे, जहाँ आत्मा की ताकत सबसे ज्यादा थी।