जोधपुर : जोधपुर के मेहरानगढ़ चामुंडा माता मंदिर में सात साल पहले मची भगदड़ की जांच के लिए गठित जस्टिस जसराज चौपड़ा आयोग की रिपोर्ट मुख्यमंत्री तक पहुंच गई है। रिपोर्ट में इस हादसे में मारे गए 214 युवाओं की मौत के लिए सबसे बड़ा कारण भाजपा के तत्कालीन सांसद जसवंत सिंह विश्नोई को वीआईपी दर्शन कराना माना है। रिपोर्ट में कहा गया है कि उनको वीआईपी ट्रीटमेंट दिए जाने से भीड़ बढ़ी और हादसा हुआ। इसके अलावा व्यवस्थाएं संभाल रही पुलिस, मेहरानगढ़ म्यूजियम ट्रस्ट एवं उम्मेद रिलीजियस ट्रस्ट को भी जिम्मेदार ठहराया गया है। आयोग ने विश्नोई, पुलिसकर्मियों पर धारा 304ए सहित आपराधिक धाराओं में केस दर्ज करने की सिफारिश की है। विश्नोई केंद्रीय भेड़ विकास बोर्ड अध्यक्ष हैं। गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने सीएम को भेजा गया है
वहीं पूर्व सांसद जसवंत सिंह विशिनोई ने कहा कि मुझे कोई वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं मिला . न ही नैं इस घटना के लिए जिम्मेदार हूं . आयोग की ऐसी किसी रिपोर्ट की जानकारी मुझे नहीं हैं.