नई दिल्लीः काम न धाम और लखनऊ सचिवालय में आराम। कुछ लोगों ने सचिवालय को दलाली का अड्डा बना लिया था। करोड़ों की फाइलें पास कराकर तिजोरियां भरीं जा रहीं थीं। सपा और बसपा राज में मंत्रियों से सांठ-गांठ कर पास हासिल करने वाले 164 लोगों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हंटर चला है। अब ये लोग सचिवालय में नहीं घुस पाएंगे। इनके जरिए पिछली सरकार में मंत्रियों और अफसरों की दलाली की शिकायत मिलने पर योगी ने सभी का पास निरस्त करा दिया है। सचिवालय के सचिव ने सभी संदिग्ध लोगों के नाम सार्वजनिक करते हुए कहा है कि सुरक्षा की दृष्टि से सभी का पास निरस्त किया जाता है। इस फैसले से दलालों में हड़कंप मचा है।
मंत्रियों और अफसरों के थे नजदीकी
जिन 164 लोगों का पास निरस्त हुआ है, उसमें ज्यादातर सपा सरकार के मंत्रियों और बड़े अफसरों के करीबी थे। सचिवालय में ऐसे फाइलें लेकर चलते थे जैसे कि वे वहां के अफसर हों। मंत्रियों और अफसरों से सांठ-गांठ कर फाइल पास करा लेते थे। बदले में करोड़ों की दलाली मंत्रियों, अफसरों को खिलाते थे। बगैर किसी औचित्य के पास हासिल करने वाले लगभग सभी लोगों का एक सूत्रीय काम दलाली का था। जब योगी आदित्यनाथ को शिकायतें मिलीं कि सचिवालय का प्रशासन तभी साफ-सुथरा होगा, जब दलाली रुकेगी। इस पर योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि अपात्र लोगों के फौरन पास निरस्त कर दिए जाएं। जिसके बाद फिलहाल सचिवालय प्रशासन ने 164 लोगों के पास निरस्त कर दिए हैं। सचिवालय सूत्रों का कहना है कि अभी कुछ और लोगों के पास भी निरस्त होंगे।