*इस सृष्टि के जनक जिन्हे ईश्वर या परब्रह्म कहा जाता है वे सृष्टि में घट रही घटनाओं का श्रेय स्वयं न लेकरके किसी न किसी को माध्यम बनाते रहते हैं | परमपिता परमात्मा ने इस सृष्टि की रचना में पंचतत्वों की महत्वपूर्ण भूमिका बनायी और साथ ही इस सृष्टि में तीन गुणों (सत्व , रज एवं तम) को प्रकट किया और सकल स
आप भले ही साई पूजक हों या निंदक, यह आलेख अवश्य पढ़ें।शंकराचार्य जी साँईं बाबा को भगवान नहीं मानते हैं ...और इसलिए नहीं मानते, क्योंकि हमारे वेदों, पुराणों,उपनिषदों या अन्य किसी भी धर्म ग्रंथों में एक "फकीर" की पूजा का निषेध है....मने , उन्हें भगवान नहीं बनाया जा सकता है..
अमन बग्गाजोधपुर: विश्व भर में हिन्दू धर्म का परचम लहराने वाले व धर्मान्तरण के कुकर्म के खिलाफ आवाज बुलंद करने व लाखो लाखो लोगो की घर वापिसी करवाने वाले संत श्री आशाराम बापू जी और उनके भक्तों के लिए खुशखबरी है। क्योंकि नाबालिक छात्रा से छेड़छाड़ के आरोप में सजा काट रहे बाप
पत्रकार दीपक चौरसिया की बढ़ी मुश्किलें, हजारों लोग गिरफ्तारी की कर रहे हैं मांगजून, 18, 2017-पटना न्यायालय ने दीपक चौरसिया को गैर जमानती वारंट ( Non-bailable Warrant ) भेजा है उसके बाद भी दीपक चौरसिया के न्यायालय में हाजिर नही होने पर लोगों मे भारी आक्रोश है ।नोएडा पुलिस द
मुसलमानों के द्वारा की गयी धोखेबाजी के प्रमाण। धोखेबाजी मुसलमानोँ के खुन मेँ है।१- मुहम्मद गौरी ने १७ बार कुरान की कसम खाई थी कि भारत पर हमला नहींकरेगा, लेकिन हमला किया…..२ -अलाउद्दीन खिलजी ने चित्तोड़ के राणा रतनसिंह को दोस्ती के बहानेबुलाया फिर क़त्ल कर दिया…..३ -औरंगजे
अयोध्या में 1992 में एक मस्जिद को गिराया गयाये मस्जिद आतंकवादी बाबर के समय में बनाया गया, जो की भारत में कत्लेआम और लूट करने आया थामस्जिद के टूटने की जांच आजतक करवा रही है हमारी कोर्टबीते दिनों मस्जिद को तोड़ने की साजिश के लिए 15 हिन्दू नेताओं के खिलाफ भी जांच का आदेश दिया
हिन्दुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है . कोलकता में दक्षिणेश्वरी काली माता का मंदिर स्थित है . यह मंदिर बहुत ही भव्य और सुंदर है . इस मंदिर का निर्माण 1855 में हुआ था . ये एक बहुत ही प्राचीन मंदिर है . इस मंदिर का पूरा काम होने में 8 साल लगे थे . जब इस मंदिर का
हमारे शास्त्रो में झंडा या पताका लगाने का विधान है! पताका यश, कीर्ति, विजय , घर में सुख समृद्धि , शान्ति एवं पराक्रम का प्रतीक है। जिस जगह पताका या झंडा फहरता है उसके वेग से नकरात्मक उर्जा दूर चली जाती है ! हिन्दू समाज में अगर सभी घरो में स्वास्तिक या
सोशल मीडिया पर उठी फिर से जनता की आवाज...न्याय में विलंब क्यों ?आज दिनभर एक ट्रेंड टॉप में चल रहा था जिसके द्वारा हजारों लोग ट्वीट कर रहे थे कि न्याय में विलंब करना भी अन्याय ही है । #न्याय_में_विलंब_क्यों इस हैशटैग को लेकर कई यूजर्स का कहना था कि POCSO कानून का दुरूपयोग
हमारे शास्त्रो में झंडा या पताका लगाने का विधान है! पताका यश, कीर्ति, विजय , घर में सुख समृद्धि , शान्ति एवं पराक्रम का प्रतीक है। जिस जगह पताका या झंडा फहरता है उसके वेग से नकरात्मक उर्जा दूर चली जाती है ! हिन्दू समाज में अगर सभी घरो में स्वास्तिक या
वेदों में परिवर्तन नही हो सकता है |(वेद की आंतरिक साक्षी के आधार पर )वेदों में परिवर्तन या क्षेपक नही हो सकता है इसकी आंतरिकसाक्षी स्वयम वेद देता है -" ऋचो अक्षरे परमे व्योमन्यस्मिदेवा अधि विश्वे निषेदू: |यस्तन्न वेद किमचा करिष्यति य इत्तद्विदुस्त इमे समासते ||- ऋग्वेद १/
33 करोड देवी देवता !ॐ , एक ओमकार ,परमेश्वेर, ईश्वर, भगवानहिन्दू धर्म का दुष्प्रचार करने के लिए ये बात उडाई गयी की हिन्दुओ के 33 करोड़ देवी देवता हैं और अब तो मुर्ख हिन्दू खुद ही गाते फिरते हैं की हमारे 33 करोड़ देवी देवता हैं...सबसे पहली बात तो ये की अधूरा ज्ञान खतरना होता है।वैसे ही जैसे बिना सीखे
सनातन वृक्ष की एक ही प्रकृति (अयन) है, दो फल हैं-(सुख तथा दुख), तीन मूल हैं (सत, रज, तम), चार रस हैं (धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष), पंच विध (पंचेंद्रिय), छ: स्वभाव (उत्पन्न होना, स्थिर होना, बढ़ना, परिवर्तित होना, घटना और नष्ट हो जाना), सात वल्कल (रस, रुधिर, मांस, मेद, अस्थि, मज्जा, वीर्य), आठ शाखा (पंच