हमारे शास्त्रो में झंडा या पताका लगाने का विधान है! पताका यश, कीर्ति, विजय , घर में सुख समृद्धि , शान्ति एवं पराक्रम का प्रतीक है। जिस जगह पताका या झंडा फहरता है उसके वेग से नकरात्मक उर्जा दूर चली जाती है !
हिन्दू समाज में अगर सभी घरो में स्वास्तिक या ॐ लगा हुआ झंडा फहरेगा तो हिन्दू समाज का यश, कीर्ति, विजय एवं पराक्रम दूर दूर तक फैलेगा !
इसीलिए पहले के जमाने में जब युद्ध में या किसी अन्य कार्य में विजय प्राप्त होती थी तो ध्वजा फहराई जाती थी। ध्वजा का जहां सनातन धर्म में विशेष महत्व एवं आस्थ रही है वहीं ध्वज की छत्र छाया में हो रहे पर्यावरण की शुद्धिकरण से सभी को लाभ मिलेगा।
शास्त्रों में भी ध्वजारोहण का विशेष महत्व बताया गया है झंडे या पताका आयताकार या तिकोना होता है ! जो भवनों, मंदिरों, आदि पर फहराया जाता है !
*घर पर ध्वजा लगाने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश तो होता ही है साथ ही घर को बुरी नजर भी नहीं लगती है। घर पर किसी भी प्रकार की बाहरी हवा नहीं लगती हे । घर में भुत ,प्रेत आदि का प्रवेश नहीं होता हे । ध्वजा पर हनुमान जी का स्थान होता हे , स्वयं हनुमान जी सम्पूर्ण प्रकार से घर की , घर के सम्पूर्ण सदस्यों की रक्षा करते हे ।सभी प्रकार के अनिष्टों से बचा जा सकता हे ।*
सभी हिन्दू घरो में अगर वायव्य कोण यानी उत्तर पश्चिम दिशा में झंडा या ध्वजा जरूर लगाना चाहिए क्योंकि ऐसा माना जाता है कि उत्तर-पश्चिम कोण यानी वायव्य कोण में राहु का निवास माना गया है। ध्वजा या झंडा लगाने से घर में रहने वाले सदस्यों के रोग, शोक व दोष का नाश होता है और घर की सुख व समृद्धि बढ़ती है।
अतः सभी हिन्दू घरो में पीला, सिंदूरी , लाल या केशरिया रंग के कपडे पर स्वास्तिक या ॐ लगा हुआ झंडा अवश्य लगाना चाहिए ! मानसिक रूप से बीमार मंदिर के ऊपर लहराता हुआ झंडा देखे . कई प्रकार के रोग का शमन हो जाता है…।
अतः आपसे अनुरोध हे की हमारे भारतीय नववर्ष 28 मार्च 2017 को अपने घर पर ध्वज पताका अवश्य लगाए ।
*सनातन धर्म की जय हो*।