दिल्ली : नोटबंदी पर संसद में हंगामे के चलते गुरुवार को एक बार फिर दिन भर के लिए लोकसभा स्थगित हो गई है, जबकि राज्यसभा का काम भी दोपहर दो बजे तक के लिए ठप हो गया.
इस बीच बीजेपी के नेता और पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने संसद का कामकाज ठप होने पर नाराजगी जाहिर की है. सरकार की ओर से अगुस्टा डील मुद्दा उठाए जाने पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में झड़प के बाद लोकसभा स्थगित होने से आडवाणी व्यथित दिखाई दिए.
हंगामे से दुखी होकर आडवाणी ने कहा, 'सोचता हूं संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दूं.' उन्होंने कहा कि यदि अटल जी आज अगर संसद में होते तो बहुत दुखी होते.'
सदन के स्थगित होने के बाद भी आडवाणी लोकसभा में बैठे रहे. उन्होंने स्मृति इरानी और राजनाथ सिंह से बात की और कहा कि कम से कम आखिरी दिन संसद चलाने की कोशिश होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि स्पीकर को दोनों पक्षों के नेताओं को बुलाकर बात करनी चाहिए. इससे पहले भी संसद में काम न हो पाने पर लालकृष्ण आडवाणी ने नाराजगी जताई थी.