नई दिल्लीः यूपी विधानसभा चुनाव से पहले सपा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। समाजवादी पार्टी में शिवपाल की नाराजगी का मामला अभी थमा नहीं कि अमर सिंह ने भी मोर्चा खोल दिया है। यूं तो एक टीवी चैनल के इंटरव्यू में उन्होंने सीधे तौर पर अखिलेश का नाम नहीं लिया, मगर हर हमला उन्हीं को केंद्रित कर किया। अमर सिंह ने साफ कहा कि सपा में जिस तरह के हालात शिवपाल के लिए पैदा हुए हैं, वैसे ही हालात उनके साथ हैं। यह हालत वही लोग पैदा कर रहे जो मुझे न तो पार्टी में और न ही राज्यसभा सांसद बनते देखना चाहते थे। अमर सिंह ने दावा किया कि मुखिया मुलायम सिंह की भी पार्टी में नहीं चल रही है। मुलायमवादी होना गुनाह हो गया है। खुद मुलायम सिंह सार्वजनिक बयान दे चुके हैं कि पार्टी में जो कोई उनसे मिल रहा है, उसे परेशान किया जा रहा है। इसी के साथ अमर सिंह ने कहा कि ज्यादा मामला बढ़ा तो वे सीधे उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी को अपना इस्तीफा सौंपेंगे।
अमर बोले मैं समाजवादी नहीं मुलायमवादी
अमर सिंह ने कहा कि मैं कभी समाजवादी नहीं रहा, मैने खुद को हमेशा मुलायमवादी कहा। मुलायम सिंह की वजह से मैं इस वक्त अपमान का घूंट पीकर पार्टी में हूं। क्योंकि उन्होंने हमें कुछ न बोलने की नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह जब मुख्यमंत्री थे तो उनके अनुचर अमर सिंह, बेनी प्रसाद वर्मा, शिवपाल, रामगोपाल होते थे, आज अखिलेश यादव के अनुचर संजय लाखर, नवनीत सहगल, साजन जैसे लोग हैं। आज पार्टी में शिवपाल यादव के साथ उन्हें व आजमढ़ के ताल्लुक रखने वाले मंत्री बलराम यादव को अपमान सहना पड़ रहा है।
शिवपाल की औकात इतनी कि इटावा में एसएसपी नहीं बदलवा सकते
अमर सिंह ने दावा किया कि यूपी के सारे कार्यकर्ताओं का दबाव सबसे ज्यादा शिवपाल यादव झेलते हैं। मगर, वे अपने गृह जनपद इटावा में एक एसएसपी भी नहीं बदलवा सकते। यहां तक वे अपने घर जसवंतनगर का भी छोटा सा सरकारी काम नहीं करा सकते। यह हाल आज अपनी सरकार में शिवपाल का है।
मुख्यमंत्री मुझसे बात नहीं करना चाहते
इंटरव्यू में जब बात आगे बढ़ी तो अमर सिंह ने कहा कि वे जब भी अखिलेश से बात करने की कोशिश करते हैं तो वे उपलब्ध नहीं होते हैं। उनके सचिव कहते हैं कि आपका नाम लिस्ट में डाल दिया हूं। मगर उधर से कोई जवाब नहीं आता। अमर सिंह बोले...ठीक है मैं छोटा आदमी हूं तो मैं अपने छुटपन में ही ठीक हूं।
जया प्रदा का अपमान देख मैं सत्ता से सटा नहीं रह सकता
अमर सिंह बोले कि जया प्रदा को परिषद का अध्यक्ष बनाने की बात चली। मगर, नाम काट कर उपाध्यक्ष बनाने को अखिलेश ने कह दिया। अखिलेश ने कह दिया की गोपाल दास नीरज को अध्यक्ष बनाना चाहते हैं। भला सोचिए, 16 साल से जो महिला पार्टी से जुड़ी रही, सांसद रही, उसके सम्मान के साथ ऐसा कुठाराघात क्या शोभा देता है। मैं सत्ता से सटा नहीं रह सकता।