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सपनों को पाने के अरमान अब भी बाकी हैं

14 अगस्त 2022

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पुरानी किताबों के पन्नों में 

बचपन के सपनों की सूची

रख छोड़ी थी |

उन पुरानी किताबों को 

मैंने पुरानी दराज़ में 

रख छोड़ा था |

फुरसत में जब मैंने आज

पुरानी दराज के जाले 

हटाए |

दराज़ में आज सालों बाद 

मुझे मेरी पुरानी किताबें 

मिली हैं  |

किताबों के पन्नों को पलटा 

मासूम-सी सपनों की सूची 

मिली है |

गुज़रते वक्त के संग 

बालों में सफेदी आने

लगी है |

जब भी मुस्कुराती हूँ मैं 

झुर्रियां भी संग में मुस्काने 

लगी हैं |

सपनों की सूची छूकर ये जाना 

उन सपनों की सूची में 

जान अब भी बाकी है |

और फिर पता चला मुझमें 

उन सपनों को पाने के अरमान 

अब भी बाकी हैं |
पुरानी किताबों के पन्नों में

बचपन के सपनों की सूची

रख छोड़ी थी |

उन पुरानी किताबों को

मैंने पुरानी दराज़ में

रख छोड़ा था |

फुरसत में जब मैंने आज

पुरानी दराजों के जाले

हटाए |

दराज़ में आज सालों बाद

मुझे मेरी पुरानी किताबें

मिली हैं  |

किताबों के पन्नों को पलटा

मासूम-सी सपनों की सूची

मिली है |

गुज़रते वक्त के संग

बालों में सफेदी आने

लगी है |

जब भी मुस्कुराती हूँ मैं

झुर्रियां भी संग में मुस्काने

लगी हैं |

सपनों की सूची छूकर ये जाना

उन सपनों की सूची में

जान अब भी बाकी है |

और फिर पता चला मुझमें

उन सपनों को पाने के अरमान

अब भी बाकी हैं |

Randhir Sìngh

Randhir Sìngh

अपने सपनों को सहेजना ,और जातां से सहजना कितना रोमांचक होता है ,इस बात का मर्म सहजकर्ता से बेहतर कोई नहीं जानता .

15 अगस्त 2022

कविता रावत

कविता रावत

सपनों की सूची छूकर ये जाना उन सपनों की सूची में जान अब भी बाकी है | और फिर पता चला मुझमें उन सपनों को पाने के अरमान अब भी बाकी हैं | .. सपनों को जिन्दा रखना जरुरी है, क्योँकि वे हमारे जिन्दा रहने का प्रमाण जो होते है ..

15 अगस्त 2022

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