नवादा : बिहार के नवादा जिले के मुफस्सिल थाना की दो बेटी छात्राएं के माता -पिता के पैरों तले जमीन खिसक गई जब उन्हे यह पता चला कि उनकी बेटियां पढ़ने के लिए स्कूल जाती है लेकिन हमेशा ऐसा होता नहीं था घर से स्कूल जाने के बहाने निकलने वाली लड़कियां एकांत में लड़कों के साथ वक्त गुजारती थी, यह घटना सोमवार को पुलिस स्टेशन से फोन कर उन्को माता पिता को बताया.
आपको बता दे कि दो छात्राएं स्कूल के लिए घर से निकली थी . वे स्कूल जाने के बजाये एसडीओं आवास के पक्ष्चिमी गेट के साने नकलूप विभाग की जर्जर बिल्डिंग के पास पहुंची . यहां वाटर सप्लाई का स्टाफ रुम है. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उस कमरे के विक्की और मिथुन नाम के दो लड़के पहले से मौजूद थे.
उसके बाद विकास नाम के लड़के ने दोनों लड़कियों को स्टाफ रूम के कमरे तक पहुंचाया. दोनों लड़कियां कमरे में चली गई. उसके बाद पंचम नाम के चौथे लड़के ने उस परिसर का ताला बाहर से लगा दिया. उसके बाद विकास और पंचम पीछे से दीवार फांद रहे थे. इसी दौरान लोगों ने शोर मचा दिया और दोनों को पकड़ लिया.
महिला थाना अध्यक्ष सुषमा कुमारी ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ के दौरान जो बातें सामने आई उससे यह स्पष्ट हो गया कि इन सबकी मंशा गलत थी , वे गलत नीयत से एकत्रित हुए थे. उनके परिजनों को बनुलाकर पीआर बांड पर छोड़ दिया गया है.