लखनऊ : पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में चल रही विकास की परियोजनाओं को समय से पूरा ना करने वालों पर सीएम योगी आदित्यनाथ की नजर अब तिरछी हो गयी है. जिसके चलते उन्होंने जनपद वाराणसी में संचालित विकास परियोजनाओं को तेजी से पूरा कराने के निर्देश दिए हैं. काशी को दुनिया की प्राचीनतम, सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक नगरी बताते हुए योगी ने कहा कि यहां संचालित विकास परियोजनाओं का नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना 15 अप्रैल 2017 को मौके पर निरीक्षण करेंगे. जरुरत पड़ने पर वह बतौर (मुख्यमंत्री) स्वयं मई 2017 में वाराणसी का भ्रमण करेंगे. उन्होंने कहा कि वाराणसी और इसके आसपास के क्षेत्रों के विकास के लिए भारत सरकार ने जिस पैमाने पर धनराशि उपलब्ध करायी है, उस हिसाब से यहां के कार्य दिखायी नहीं पड़ रहे हैं. उन्होंने अधिकारियों को आगाह किया कि अगले तीन माह में विकास परियोजनाओं का काम जमीन पर दिखायी पड़ना चाहिए.
सीएम योगी ने की विकास कार्यों की समीक्षा
मुख्यमंत्री यहां शास्त्री भवन में वाराणसी से सम्बन्धित नगर विकास, ऊर्जा, पर्यटन, लोक निर्माण, आवास एवं शहरी नियोजन, सिंचाई विभाग, वाराणसी विकास प्राधिकरण तथा एन0एच0ए0आई0 से सम्बन्धित परियोजनाओं की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एन0एच0ए0आई0) की परियोजनाओं के समक्ष आ रही कठिनाइयों पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए स्थानीय प्रशासन को पूरा सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिए हैं. जिन 8 जनपदों में एन0एच0ए0आई0 द्वारा वाराणसी को जोड़ते हुए सड़कों का निर्माण कराया जा रहा है, वहां किसानों को भूमि का भुगतान करने में विलम्ब को गम्भीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों से नोडल अधिकारी नामित करते हुए 15 दिनों में किसानों को उनका मुआवजा वितरित कराने के सख्त निर्देश दिए हैं. इसी प्रकार मण्डलायुक्त वाराणसी को जनपद गाजीपुर, वाराणसी एवं जौनपुर के जिलाधिकारियों के माध्यम से भूमि का मुआवजा कैंप लगाकर वितरित कराने के लिए कहा है.
किसानों का मुआवजा तत्काल भुगतान करने के निर्देश उल् लेख नीय है कि वाराणसी से गोरखपुर, वाराणसी से लखनऊ एवं वाराणसी रिंग रोड आदि सड़कों का निर्माण एनएचएआई द्वारा कराया जा रहा है, जिसमें स्थानीय स्तर पर प्राधिकरण के समक्ष किसानों का मुआवजा वितरित न करने तथा वाराणसी रिंग रोड के कार्य में बाधा डालने की कई समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं. मुख्यमंत्री ने इसे गम्भीरता से लेते हुए कहा कि एनएचएआई द्वारा बनायी जा रही सड़कों का लाभ प्रदेश को मिलने जा रहा है. इसलिए सभी सम्बन्धित जिलाधिकारी इस मामले में प्राधिकरण को हर सम्भव सहयोग प्रदान कर उनकी समस्याओं का निराकरण युद्ध स्तर पर कराएं.
योगी ने दिए समस्याओं के निराकरण के निर्देश मुख्यमंत्री ने वाराणसी रिंग रोड के निर्माण में बाधा उत्पन्न करने वालों से वार्ता कर समस्या सुलझाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, यह भी हिदायत दी है कि यदि कोई इन परियोजनाओं को अनावश्यक विलम्बित करने का कारण बन रहा है तो उसके साथ कठोरता से पेश आएं। उन्होंने एनएचएआई के अधिकारियों को आश्वस्त किया है कि प्रदेश में संचालित परियोजनाओं को समय से पूरा कराएं और यदि उनके समक्ष कोई समस्या आ रही हो तो सम्बन्धित मण्डलायुक्तों/जिलाधिकारियों को अवगत कराएं. उन्होंने वाराणसी नगर की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए निर्माणाधीन दोनों सेतुओं का कार्य 30 जून, 2017 तक पूरा कराने का निर्देश देते हुए उत्तर प्रदेश सेतु निगम को निर्देशित किया कि आवश्यकतानुसार कार्य बल की संख्या बढ़ायी जाए.