लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) लखनऊ में 6 मेडिकल वेंटिलेटरों का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने सूबे के डॉक्टरों को कड़वी दवा की डोज देते हुए मानवता की घुट्टी पिलाई। योगी ने आखिरी व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने की बात करते हुए कहा कि डॉक्टरी जांच के नाम पर लूट बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डॉक्टरों को अपना रवैया बदलना ही होगा।
यूपी में होगी 25 मेडिकल कॉलेजों की स्थापना
योगी ने कहा, 'आने वाले समय में कम से कम 5 लाख नए डॉक्टरों की जरूरत होगी। इसके लिए अगले पांच साल में यूपी में 25 मेडिकल कॉलेजों की स्थापना होगी। प्रदेश में एम्स जैसे 6 संस्थान भी खुलने हैं।' प्रदेश के डॉक्टरों को सख्त संदेश देते हुए योगी ने कहा कि डॉक्टरी जांच के नाम पर होने वाली लूट बर्दाश्त नहीं होगी और सरकारी डॉक्टर निजी प्रैक्टिस न करें। वेंटिलेटरों का उद्घाटन करते हुए योगी ने कहा, 'गरीब बहुत विश्वास के साथ अस्पताल आते हैं, लेकिन अस्पतालों में पूरे वेंटिलेटर काम नहीं कर रहे होते हैं। डॉक्टर रिपोर्ट देखकर दवा लिखकर भेज देते हैं। दवाओं को सस्ता करने की जरूरत है।' सीएम ने कहा कि वह मेडिकल कॉलेजों में फैकल्टी की कमी को दूर करने का प्रयास करेंगे और मेडिकल टेक्नोलॉजी को भी मजबूत करेंगे।
गरीबों को सरकारी डाक्टरों पर ही भरोसा
गरीब लोगों को सरकारी डाक्टरों पर ही भरोसा होता है। इसलिये सरकारी डाक्टरों को गरीबों का खासकर इलाज करना चाहिये | सीएम ने पूर्ववर्ती अखिलेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकार में अच्छे डॉक्टर सैफई और कन्नौज भेज दिए जाते थे। उन्होंने कहा कि डॉक्टर गैंग ऐसा काम न करें। डॉक्टरों के प्रयास से अच्छी स्थिति बन सकती है। डॉक्टरों में मरीजों के प्रति संवेदनशीलता सबसे अधिक जरूरी होती है।