सितम्बर का महीना था. गर्मी जा चुकी थी और जाड़ा अभी आया नहीं था. हम सब अपने ऑफिस में बैठे इस उधेड़बुन में लगे थे की कुछ नया किया जाये। तो फिर भाई क्या नया किया जाये? थोड़ा सोचे तो समझ में आया कि हिन्दी से सम्बंधित कुछ करते हैं. आखिरकार, उत्तर भारत विश्व के सर्वाधिक सघन जनसंख्या वाले क्षेत्रों में से एक
शब्दनगरी शब्द से ही इसके विशाल और वैभवशाली होने की अनुभूति होती है । माह दिसम्बर 18 को मुझे शब्दनगरी नाम के प्रेषक का मेल प्राप्त होता है और 2-3 दिन अंतराल पर यह मिलता ही गया। मेरे हिंदी के प्रति लगाव ने मुझे इसकी ओर आकर्षित करते-करते मुझे सदस्य बनाने पर मजबूर कि
1. छतीसा क-आयु ख-छत्तीस वर्ष का ग-ढोंगी, अत्यन्त चतुर 2. छबड़ा क-गाय का बच्चा ख-टोकरा, झाबा ग-अकेला 3. छबीना क-पड़ाव ख-युवती ग-एक नाम 4. छर्दि
आप यह जान लें कि मन्त्र में विघ्न दूर करने की शक्ति होती है। भौतिक विज्ञान के जानकार कहते हैं कि ध्वनि कुछ नहीं है मात्र विद्युत के रूपान्तरण के। जबकि अध्यात्म शास्त्री कहते हैं कि