शब्दों की सीमा में तुझको बांध कहां पाऊंगा
कविता में तुझ जैसा अभिमान कहां से लाऊंगा
ममता की कीमत देने को कैसे कह डाला तुमने
जननी जैसा कोई न सम्मान तुम्हें दे पाऊंगा
1 जुलाई 2016
शब्दों की सीमा में तुझको बांध कहां पाऊंगा
कविता में तुझ जैसा अभिमान कहां से लाऊंगा
ममता की कीमत देने को कैसे कह डाला तुमने
जननी जैसा कोई न सम्मान तुम्हें दे पाऊंगा