नई दिल्लीः पांच सौ और एक हजार रुपये के नोट बंद किए जाने पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने विरोधी दलों पर निशाना साधा है। कहा है कि आखिर सबसे ज्यादा दर्द कांग्रेस युवराज राहुल गांधी, मुलायम, केजरीवाल और मायावती को ही क्यों हो रहा है। शाह ने कहा कि जिसके पास कालाधन होगा, वही परेशान होगा। ईमानदार लोगों को कोई चिंता नहीं है।
टैक्स देने वाले खुश, कालाधन वालों को सदमा
दिल्ली में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में शाह ने कहा कि इस फैसले से इमानदारी से टैक्स देने वाले लोग खुश हैं वहीं काला धन छुपाकर रखने वालों को ही सदमा लगा है। उन्होंने कहा कि आखिर कालेधन के खिलाफ सियासी दलों को परेशानी क्यों हो रही है। यह बात समझ में नहीं आ रही। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या कांग्रेस, सपा और बसपा कालेधन के समर्थन में हैं या इसके खिलाफ। आखिर इन्हीं दलों के शीर्ष नेताओं को ही क्यों दर्द हो रहा है।
बसपा के लिए हकीकत में इकनॉमिक इमरजेंसी
अमित शाह ने बसपा के आरोपों पर कहा कि हो सकत है कि मोदी सरकार के इस कदम से बसपा के लिए आर्थिक इमरजेंस जैसा हाल हो। दरअसल मायावती ने आरोप लगाया था कि भाजपा ने अपना इंतजाम तो कर लिया और दूसरों के लिए चुनाव से पहले इकनॉमिक इमरजेंसी लगा दी। शाह ने प. बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के आरोपों पर कहा कि यह ममता ही बता सकती हैं कि मोदी सरकार का यह कदम गरीब विरोधी कैसे है।