नई दिल्ली : संगीन हत्या की सज़ा काट रहे बिहार के रंगबाज माफिया शहाबुद्दीन की रिहाई को लेकर वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट में अपील करने का मन बनाया है. वकील भूषण का कहना है कि इतने संगीन अपराध में जिस अपराधी को कोर्ट ने उम्र कैद की सज़ा सुनाई हो, उसको जमानत किस आधार पर दी गयी है. वह इस जमानत के खिलाफ चंद दिनों में ही सुप्रीम कोर्ट में अपील करेंगे.
बिहार की सियासत में नया रूख
पूर्व सांसद शहाबुद्दीन शनिवार को जमानत पर रिहा हुए. शहाबुद्दीन के बाहर आते ही बिहार की सियासत ने नया रूख ले लिया. वहीं सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने भी शहाबुद्दीन की जमानत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील करने की बात कह कर राजनीति क गलियारों में हलचल पैदा कर दी.
जेल से रिहाई होते ही कई विवाद उपजे
प्रशांत भूषण ने अपने एक बयान में कहा कि वह जल्द शहाबुद्दीन की जमानत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील करेंगे. बता दें कि शहाबुद्दीन ने बाहर आते ही कई विवादों को जन्म दे दिया. शनिवार को उन्होंने आज तक को दिए इंटरव्यू में बिहार के मुखिया नीतीश कुमार को 'परिस्थितियों का मुख्यमंत्री' बताया था. वहीं शहाबुद्दीन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपना नेता न मानते हुए लालू प्रसाद यादव को अपना नेता बताया.
शहाबुद्दीन ने CM ही नहीं राहुल को भी नहीं बख्शा
शहाबुद्दीन ने महागठबंधन में शामिल कांग्रेस पार्टी पर भी निशाना साधा. शहाबुद्दीन ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को भी अपना नेता मानने से इंकार कर दिया था. उन्होंने कहा, महागठबंधन में उनकी पार्टी जरूर कांग्रेस के साथ हैं, लेकिन उनके नेता सिर्फ और सिर्फ लालू प्रसाद यादव ही हैं. बता दें कि शहाबुद्दीन के शनिवार को जेल से बाहर आते ही उनके स्वागत में गाड़ियों के लंबे-चौड़े काफिले ने भी खूब सुर्खियां बटोरी थी.