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शायरी

Rehan Shaikh

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ना अर्ज किया है ना फर्ज किया है किसी ने हमें रिजेक्ट किया बाद में उसी ने हमें गूगल पर सर्च किया है अजी हार नहीं मानी हमने एक वक्त पर लोहा भी पिघल जाता है अजीब हार नहीं मानी हमने इस वक्त पर नोहा भी बिगड़ जाता है और हम से मत उलझो शेर सो रहा हूं तब भी शिकार पैर दबा कर निकल ता है सब एक नंबर का है पगली दो नंबर का नहीं कमाते हम अजी सब एक नंबर का है पगली दो नंबर का नहीं कमाते हैं हम और जाके कहीं और लाइन मार फालतू की चीज पर पैसे नहीं उड़ाते हम अरे मौत से रूबरू अभी करवा दूंगा मेरी आंखों में आंखें डाल कर बात तो कर ले अरे मौत से रूबरू अभी करवा लूंगा मेरी आंखों में आंखें डाल कर बात तो कर ले क्या कहा था मेरा वंश मिटा देगा अरे पहले अपनी वंश की शुरुआत तो कर ले  

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